Corona virus का नाम COVID – 19 ही क्यों रखा गया है? COVID – 19 का मतलब निम्न है –
Co – Coronavirus
Vi – Virus
D – disease
19 – 2019 साल दिसंबर
Corona virus की उत्पत्ति कहाँ से हुई है?
Corona virus देखा जाए तो सबसे पहले चीन में ही पाया गया है, इसका इजात चीन से ही हुई है। इसका शुरुआत की बात की जाए तो Corona virus वुहान शहर जो चीन में ही है वहाँ से इसकी शुरुआत करीब करीब 15 दिसम्बर के 2019 के आसपास हुई थी। ( ये संक्रमण बीमारी है करीब 3 से 6 या फिर इससे अधिक की दुरी पर खड़े इन्सान को भी संक्रमित कर सकते हैं। उसके छींकने खांसने आदि नजदीकियां बढ़ाने से भी हो जाती है,वहीं वुहान शहर जहाँ पर एक बाज़ार लगता है जहाँ पर अनेकों प्रकार के जिन्दा जीव जन्तुओ का भारी मात्रा में खुलेआम खरीदा बेचा जाता है ये चाइना का बहुत ही पुराना बाज़ार है।
इसी प्रकार का एक और वायरस सार्स 2002 के आसपास आया था जो कम तहलका नहीं मचाया था उससे भी चाइना में करीब हज़ारों लोगो की जान ली थी।
Corona virus फैलने का मुख्य वजह क्या थी?
जब 15 दिसंबर 2019 के आसपास Corona virus अपना पाँव पसारना शुरू ही किया था तब सिर्फ ये बीमारी सामने आयी थी। तो कुछ डाक्टरों को लगा था कि ये लक्षण निमोनिया की है, धीरे धीरे जब ये केस बहुत तादाद में आने लगा तो डाक्टरों को यक़ीन नहीं हुआ कि अचानक सभी मरीज़ों में एक ही जैसे लक्षण कैसे हो सकता है। तब तक किसी को पता था ही नहीं की ये बीमारी एक से दुसरे के संपर्क में आने से फ़ैल सकता है, जिस कारण लोग इस वायरस को लेकर हर देश मने लोग घुमते रहे। Corona virus के लक्षण उस वक्त कम से कम 12 से 15 दिन में नजर आता था, जिसके बारे में लोगो को भी पता नहीं था।
उधर चाइना का ही एक डॉक्टर डॉ ली वेनलियानग जो कि एक नेत्र विषेशज्ञ थे, सबसे पहले इन्होंने ही लोगों को Corona virus से आगाह किया था। इस वायरस के बारे में लोगों तक पहुंचाया था, कि ये चाइना में एक नया बीमारी देखने को मिल रहा है जो निमोमिया से मिलता जुलता है। लेकिन निमोनिया नहीं है ये कुछ और ही बीमारी है जो बेहद ही खतरनाक है। डॉक्टर ली ने WeChat के सोशल नेटवर्किंग मीडिया के माध्यम से अपने दोस्तों और कुछ जानकार सहायक डाक्टरों तक को भी बताया था। लेकिन वहां के सरकार ने उसके बातो नजरंदाज कर दिया और अफवाह फ़ैलाने के जुर्म में उसे जेल में भी बंद कर दिया।
जब वहाँ की सरकार इस बात की खबर लगी तो उसे उस समय लगा कि ये झूट मूट का अफवाह फैला रहा लोगो को भ्रमित कर रहा है। इसमे कोई दम नहीं है उसने डॉक्टर ली को हिरासत में लिया, और अगली बार इस तरह का अफ़वाह ना फ़ैलाने के बांड तक भरवाया चाइनीज सरकार ने तो आप इससे अंदाजा लगा सकते हैं की वहां की सरकार लोगो के साथ कैसा रवैया अपनाते हैं। लेकिन फिर भी सच्चाई तो डॉक्टर ली को पता थी ही इसके बावजूद उसने इसे ठीक करने की चाहा और कुछ मरीजों के ईलाज के दौरान वो भी इस वायरस से संक्रमित हो गया।
वैक्सीन या इलाज ना होने के कारण दिन शुक्रवार 7 फ़रवरी 2020 को कोरोनावायरस के संक्रमण से डॉ ली वेनलियानग मात्र 34 साल की उम्र मृत्यु हो गई। चीन की सरकार की लापरवाही की वजह से अगर उस दिन उसकी बातो को सच मान कर उसकी जाँच करता था तो शायद आज पूरी दुनिया में इतना लोग नहीं मरता। और बहुत से लोगों की जान इस वायरस से बचाया जा सकता था लेकिन पता नहीं आखिर वहां की सरकार का क्या इरादा था।चाइनीज सरकार को होश बाद में आया जब उस डॉक्टर की उसी वायरस से मृत्यु हो गई और पुरे देश में Corona virus फैलना शुरू हो चुका था।
तब तक कई देश Corona virus (COVID – 19) संक्रमित हो चुका था शायद यही मंशा थी चाइना सरकार की अगर पहले ही लोगो को इस वायरस के बारे में पता चल जाता तो ये वायरस पुरे देश में कैसे फ़ैल पाता अपना प्रोडक्ट हर देश में फैलाना चाहता था और लघभग सफल भी हो गया।
Corona virus के लक्षण क्या क्या है? Corona virus symptom
Corona virus के शुरुआती लक्षण तो थोड़े बहुत थे जिनमे से प्रमुख निम्न है इसके संक्रमण के फलस्वरूप
बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्या उत्पन्न होती हैं, यह Corona virus एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के संपर्क में आने से बहुत तेजी से फैलता है। इसके लक्षण एकदम निमोनिया के लक्षण से मिलता जुलता है, और धीरे धीरे Corona virus अपना रूप बदलता रहा और कुछ नए लक्षण भी देखने को मिला।
कोरोना का नामकरण और सरंचना
लातीनी भाषा में “कोरोना” का अर्थ “मुकुट” होता है और इस वायरस के कणों के इर्द-गिर्द बहुत सारे उभरे हुए कांटे जैसे ढाँचों से इलेक्ट्रान सूक्षमदर्शी में मुकुट जैसी संरचना बनी होती है, इस वजह से इसका नाम कोरोना पड़ गया
फरवरी 2020 तक का रिपोर्ट
कोरोनावायरस अभी तक लगभग 2300 के आसपास लोगों की मृत्यु हो चुकी है और लघभग 76000 के आसपास संक्रमित था।
फरवरी 2020 के करीब 110 लोगो की मरने की खबरथी ये चीन का कहना था पूरे चीन में लगभग 2500 के आसपास संक्रमित थे। अमेरिका में करीब 30 से 35 संक्रमित पाए गए हैं, चीनी वैज्ञानिकों ने बाद में कोरोनावायरस की एक नई नस्ल की पहचान की जिसे 2019-nCoV प्रारंभिक पदनाम दिया गया। इस नए वायरस में कम से कम 70 प्रतिशत वही जीनोम अनुक्रम पाए गए जो सार्स-कोरोनावायरस में पाए जाते हैं।