Directory of possibilities story in Hindi : Japan Travel
Directory of possibilities एक ऐसी रहस्यमयी किताब है जिसमे जापान के एयरपोर्ट पर एक दूसरी दुनिया से आये एक रहस्यमयी इन्सान के बारे में बताया गया है। जो जापान के लिए आज भी एक रहस्य ही बना हुआ है। जापान में इस इन्सान को लेकर बहुत सी Article छपी है। जिसमे लगभग लोगो का एक ही मत था कि वो इन्सान शायद इस दुनिया का था ही नहीं ये दूसरी दुनिया का था। वो गलती से टाइम मशीन से आ गया होगा या फिर वो पूरी तैयारी करके यहाँ पर कुछ काम से आया होगा। और जब उसका पोल खुलने वाला था वो अचानक से गायब हो गया। इसको लेकर आज भी जापान में बहुत सी बातें होती रहती है। ये रहस्यमयी इंसान सिक्यूरिटी के होने के बावजूद भी गायब हो गया। और साथ में locker में रखा उसका पासपोर्ट और वीजा स्वत: अपने आप गयाब भी गया।
तो इस Directory of possibilities में ऐसे ही बहुत से सवालो का अनुमान लगाया गया है। वो इन्सान कैसे आया होगा? कहाँ से आया होगा? क्यों आया होगा? एक ऐसा रहस्य जो अभी तक पूरी दुनिया के लिए एक रहस्य ही बना हुआ है, खासकर जापान के के लिए। जबकि उसके पास सारा डॉक्यूमेंट था लेकिन थोड़ा Unique था, देखने में बाकि पासपार्ट से थोड़ा अलग लग रहा था। ऐसे बहुत से सवालों का जवाब इस Directory of possibilities में दिया गया है, जो इंग्लिश version में है। लेकिन आज मैं आपको इसी किताब की स्टोरी हिंदी में बताऊंगा। वो भी एकदम सरल भाषा में जो जो घटनाये घटी जापान एयरपोर्ट अथॉरिटी के साथ में सब बताऊंगा।
Story started Haneda Airport Tokyo Japan : stories in hindi
ये बात करीब आज से 67-68 साल पहले की है जब ये घटना घटी थी, जिसपर किसी को आज भी यकीन नहीं होता है। यह घटना घटी जुलाई सन् 1954 को, कहानी शुरू होती है जापान की एक एयरपोर्ट से जिसका नाम Haneda है जो Tokyo City में हैं। तो जुलाई का महिना था साल 1954 था, समय करीब 12:30 बजे का था जब यूरोप से एक फ्लाइट जापान के टोक्यो शहर के हेलेडा एयरपोर्ट पे लैंड करती है। एक-एक करके सब यात्री उतरना शुरू करती है, सब यात्री की जांच होती है। सबका आईडी कार्ड पासपोर्ट वीजा वगैरह जापान के एयरपोर्ट अथॉरिटी के एक्सपर्ट के द्वारा बारीकी से जांच की जाती है। सबका आईडीए एक-एक करके जांच की प्रक्रिया पूरी होती है जब एक शख्स जाँच अथॉरिटी के पास आती है जो उसी फ्लाइट से उतरा था।
और जब इमिग्रेशन काउंटर पर इमीग्रेशन ऑफिसर उस शख्स का पासपोर्ट वीजा और बाकि डाक्यूमेंट्स चेक किया। और अच्छे से जब जांच किया तो उस शख्स का पासपोर्ट और वीजा देखकर इमीग्रेशन ऑफिसर हैरान रह गए। उसने कभी ऐसा पासपोर्ट नहीं देखा था। जबकी वह एक पासपोर्ट ही था लेकिन इस शख्स का पासपोर्ट बाकियों के पासपोर्ट से बिलकुल ही अलग लग रहा था। थोड़ा अलग और यूनिक सा लग रहा था। जब अच्छे से जांच किया गया और जब पासपोर्ट को खोल कर देखा गया। तो हैरान रह गए क्योंकि पासपोर्ट में जिस देश का नाम था। इमिग्रेशन ऑफिसर ने कभी सुना ही नहीं था, न ही कभी map पर देखा था, न कभी किसी से सुना था। इमीग्रेशन ऑफिसर बहुत पुराना था एक्सपर्ट भी था उन्हें बाकायदा बहुत से देशो के बारे में पता था।
लेकिन कभी इस देश का नाम कभी नहीं सुना था, तो भला ये कौन सा देश है। एक पल के लिए इमीग्रेशन ऑफिसर ने सोचा world इतना बड़ा है हो सकता है कहीं न कहीं ये देश होगा ही। लेकिन फिर भी जब तक देश का नाम कन्फर्म नहीं हो जाता उस शख्स को ऐसे ही नहीं छोड़ सकता था। उस शख्स के पासपोर्ट में जिस देश का नाम लिखा था वह था Tored. फिर उसके बाद उस ऑफिसर ने पूरे देश का लिस्ट निकाला पूरा वर्ल्ड मैप में खोजा। लेकिन वह देश वर्ल्ड मैप में भी कहीं नहीं दिखा और न ही मिला। उसके बाद ऑफिसर और परेशान हो गया, फिर उसके बाद खुद इमीग्रेशन ऑफिसर उस शख्स से पूछता है कि तुम कहां से आए हो। कौन से देश से आये हो? तो इस पर उस शख्स ने कहा मैं तो Tored देश से ही आया हूं।
तो इस पर इमीग्रेशन ऑफिसर कहता है कि पर ये देश तो map पर कहीं है ही नही। लेकिन वो कहता है वो मुझे नहीं मालूम लेकिन मैं तो Tored देश से ही आया हूँ। यह मेरा रहा पासपोर्ट मेरा वीजा आप चाहे तो फिर से देख सकते हैं। और तो और उस शक्स ने कहा कि मैं यूरोप और कई देशों से घूम कर आ रहा हूं। चाहे तो आप मेरा वीजा देख सकते हैं। और जब उस ऑफिसर ने उस शख्स का बाकि देशो का वीजा चेक किया। तो उसने पाया कि ये तो सही कह रहा है इसमें तो सही में यूरोप के और कई देशों का वीजा लगा है। और वो वीजा original है, जिस जिस देश में भी ये शख्स गया था बाकायदा उस देश का मोहर भी लगा हुआ था। और आने जाने पर इमीग्रेशन ऑफिसर द्वारा उस पर मोहरे भी लगी हुई थी।
ये भला कैसे हो सकता है, सारी की सारी मोहरे ओरिजिनल थी वीजा भी ओरिजिनल थी। पासपोर्ट ओरिजिनल भी थी सब कुछ सही होने के बावजूद भी इमीग्रेशन ऑफिसर को कहीं ना कहीं उस पर शक हो ही रहा था। क्योंकि इमीग्रेशन ऑफिसर कई सालों से एयरपोर्ट पर काम कर रहा था। हर दिन बहुत से लोगों के पासपोर्ट वीजा चेक करता था। वह अपने काम में एकदम एक्सपर्ट था माहिर था उसे पूरा एक्सपीरियंस था। इमिग्रेशन ऑफिसर बार-बार यही सोचे यह देश ना तो Map पर है, ना ही कहीं मैंने कभी सुना है। अगर नहीं सुना हो तो फिर कैसे नहीं सुना है। फिर उसके बाद इमीग्रेशन ऑफीसर उस शख्स से जापान आने का मकसद पूछता है। तो इसमें वह शख्स कहता है कि मैं जापान एक Business के सिलसिले में जापान के एक कंपनी के कुछ आदमी से मिलने आया हूँ।
उसके साथ मेरी मीटिंग है, वह शख्स उस कम्पनी का नाम तक बताते हैं। और इस होटल में मेरी चेकिंग भी है, तो मुझे जाना भी है चेकआउट भी करना है। यह सब जानकारी देने के बाद भी उस इमीग्रेशन ऑफिसर को संतुष्टि नहीं होती है। जब इस इमीग्रेशन ऑफिसर को कुछ समझ नहीं आ रहा था, तो इसने अपने बड़े अफसर को इसकी सारी जानकारी दी। और उस इमीग्रेशन ऑफिसर ने कहा कि इसके पासपोर्ट में जिस देश का नाम है Tored वह देश कहीं भी मैप में मुझे दिख ही नहीं रहा है। और थोड़ा अजीब भी है, तो बड़े अफसर ने कहा कि उसे अलग से ले के आओ उसके बाद बाकायदा उस शख्स की पूरी तलाशी ली जाती है। उसके एक एक चीज की चेक की जाती है सारा मामला आकर रुक रहा था उसके Tored देश पर जो पुरे नक्शे में नहीं था।
फिर उस शख्स से पूछा जाता है कि तुम अपने देश को तो जानते ही हो तो उसने कहा हां। फिर उसके बाद एक World Map निकाला जाता है और उससे कहता है की इसमें पूरा देश का नाम है। फिर उसके बाद उस शख्स से पूछा जाता है की इस नक्शे में तुम्हारा देश कहां पर है? तो वह शख्स ज्यादा वक्त भी नहीं लेता है। और तुरंत एक देश पर उंगली रख देता है और जिस देश पर उंगली रखता है उस देश का नाम अंडोरा (Andorra) था। लेकिन अफसर कहता है ये तो Andorra है Tored नहीं है और चौंकता है कि ये Andorra Tored कब हो गया? और ये Andora कौन सा देश है। उसकी बातो का तो यकीन हो रहा था लेकिन जिस देश का नाम बता रहा था वो इस दुनिया में था ही नहीं। तो विश्वास उस पर कैसे कर लेता।
उसके पास सभी डॉक्यूमेंट पासपोर्ट वीजा सभी सही थे। और जापान Authority मान भी रहे थे लेकिन फिर भी शक देश पर आ कर रुक जा रहा था। कहीं ये जासूस कोई शातिर माहिर चालाक एजेंट या अपराधी तो नहीं है। लेकिन वो बस यही कहे मैं Tored से आया हूं Business के सिलसिले से आया हूँ। ये बात ऊपर तक पहुंचा भी दी गई थी तब तक उसे जापान Authority के जो होटल थे उसमें उसे ले जाया गया। और उससे कहा गया कि जब तक आपका सारा Clearance नहीं हो जाता है। सब साफ नहीं हो जाता तब तक आप इसी होटल के अंदर रहेंगे और आप यहां से बाहर नहीं जाएंगे। और उसके कमरे के बाहर बाकायदा सिक्युरिटी गार्ड भी लगा दिया गया था।
फिर उसके बाद जापान Authority inquiry करना शुरू कर देता है। उसने कहा कि ये जापान किसी business के सिलसिले में आया था। और इसकी किसी कम्पनी से मीटिंग थी, बाकायदा उसने कंपनी का नाम भी बताया था। और जहां जिस होटल में उसका चेकिंग थी यानी उसे जिस होटल में ठहरना था, उस होटल का नाम भी बताया था। उसके बाद उस जापानी Authority उस शख्स के बताये अनुसार उस कंपनी से जाकर बातचीत करती है। और जब Tored से आये उस शख्स के बारे में बताया गया और पूछा गया तो उस कंपनी के अफसर कहते हैं कि ऐसा किसी शख्स के साथ हमारी कोई मीटिंग नहीं है। उसे पहचानने से इंकार कर देते हैं और कहते हैं इसके साथ हमारा कोई Appointment नहीं है। कोई business dealing नहीं है कोई व्यापार नहीं है मैं नहीं जानता।
उसके बाद उस होटल में जाकर बाकायदा जापानी Authority पूरी छानबीन भी करती है। वहां के मेनेजर से पूछताछ भी करती है। लेकिन वहां भी जाँच में कुछ नहीं मिलता है वहाँ भी उस नाम से कोई चेकिंग नहीं थी। कोई booking नहीं थी, उसके बाद शक और बढ़ जाता है। और कहता है वो शख्स अब तो झूट बोल रहा है, मामला बहुत गडबड़ है। इस तरह शाम हो जाती है उसे रात का खाना भी दिया जाता है। जिस होटल के कमरे में रखा गया उससे निकलने का सिर्फ एक ही दरवाजा था, जिस पर सिक्युरिटी गार्ड को बैठा दिया था। अगली सुबह उसका फैसला किया जाना था कि उस शख्स का क्या करना है। जब अगले दिन सुबह गार्ड उस कमरे की दरवाजा को nock करता है। तो अन्दर से कोई हलचल नहीं होती, जब दरवाजा को छूता है तो पाता है कि दरवाजा तो खुला है।
जब वो शख्स अजीब तरीके से गायब हो जाता है
उसके बाद गार्ड अंदर जाता है देखता है अन्दर वो शख्स नहीं है वो कमरे से गायब था। फिर तसल्ली करने के लिए एक बार फिर से अच्छे से उस कमरे की तलाशी ली जाती है। लेकिन वो शख्स नहीं मिलता है वो कमरे से गायब था। जबकि उस कमरे का एक ही दरवाजा था। उसके साथ एक briefcase भी था जिसमे शायद उसके कुछ कपड़े थे वो भी गायब था। उसके बाद बड़े अफसर को ख़बर दी जाती है। वो लोग हैरान इसके बाद एयरपोर्ट Authority को पता चलता है तो वो लोग परेशान हो जाता है। फिर उसके बाद दोबारा से इसके डॉक्यूमेंट को चेक करने का फैसला करते हैं। चूंकि उसका पासपोर्ट वीजा जापान Airport Authority के पास ज़ब्त थी। और उसे locker में लॉक करके रखा गया था।
जब लॉकर के पास जाते हैं और जब लॉकर खोलता है तो उसका पासपोर्ट वीजा और बाकी documents भी गायब हो चुका था। इतना secure होने के बावजूद आदमी गायब और तो और Locker से उसका पासपोर्ट और बाकी डॉक्यूमेंट गायब। अब सब हैरान परेशान ये भला कैसे हो सकता है? एक ऐसा इंसान जिस देश से आया वो देश पूरी दुनिया में नहीं हैं। वो रहस्मय तरीके से होटल के कमरे से सिक्युरिटी गार्ड के मौजूदगी में गायब गया। और तो और उसका पासपोर्ट वीजा जो उससे भी ज्यादा महफूज जगह पर Locker में लॉक करके रखा गया वो भी गायब गया। पासपोर्ट का हाथ पैर तो नही था जो कहीं घुमने निकल गया हो? नहीं तो फिर वो कैसे स्वत: गायब हो सकता है। इस रहस्यमयी शख्स को लेकर जापान में कई Article छपे बहुत से किताबे तक छपी।
जिनमे से एक ये Directory of possibilities है जिसमें उसके बारे में सारी possibilities के बारे में बताया गया है। आखिर ये शख्स कहाँ से आया था? या फिर कहाँ से आया होगा? हो सकता है ये शख्स दूसरी दुनिया से Time मशीन के जरिये टाइम ट्रेवल करके आया होगा। इसके पास जो पासपोर्ट और उसमे लगे वीजा के अनुसार देखा जाये तो ये शख्स गलती से यहाँ नहीं आया होगा। क्योंकि इसके पास सारा डॉक्यूमेंट था। यहाँ का कौन कौन से देश में ये घुमा बकायदा उसके पास वीजा भी था। जब वो पासपोर्ट लेकर आया था इससे साफ हो जाता है कि वो पूरा planning करके आया था। उसे पता था कि यहाँ पर दुसरे देश घुमने के लिए पासपोर्ट की जरुरत पड़ती है। और हाँ जब वह बाकि देशो में घुमा और जब बाकि एयरपोर्ट के इमीग्रेशन ऑफिसर ने उसके पासपोर्ट को जब चेक किया।
तो उसके देश को कैसे Clearance दे दिया गया। उस इमीग्रेशन ऑफिसर को शक क्यों नहीं हुआ। क्या इमीग्रेशन ऑफिसर को Tored देश के बारे में पता था। उसने सिर्फ उसके पासपोर्ट के सही होने के आधार पर ही उसे Clearance दिया होगा। उसे लगा होगा जब पासपोर्ट Original है तो ये Tored देश कहीं न कहीं होगा ही इस प्रकार Clearance मिला होगा।
अगर इस शख्स के भागने में किसी ने मदद नहीं की तो 100% दावे से कह सकता हूँ कि ये दूसरी दुनिया से आया होगा। जैसे हमलोग पृथ्वी पर रहते हैं, और जिस Galaxy (आकाशगंगा) में रहते हैं जिसमे हमारा सौरमंडल स्थित है।
हमारे आकाशगंगा में करीब 300 से 500 अरब के आसपास तारे हैं, और कुछ अनुमान के मुताबिक लगभग 50 अरब के आसपास ग्रह (Planet) होने की पूरी संभावना है। जिनमे से 50 करोड़ ग्रह (Planet) ऐसे है जहाँ हमारी पृथ्वी जैसी ही वहां पर भी आवयश्कता अनुसार तारों से तापमान यानि हमारी पृथ्वी तक जितना तापमान सूर्य का पहुँचता है। उतना ही बाकि 50 करोड़ ग्रहों तक तापमान पहुँचती है। इससे साफ हो जाता है कि जब 50 करोड़ ग्रहों पर तारों से आवयश्कता अनुसार तापमान उर्जा पहुँच रही है तो ये पूरी संभावना है। कि वहां पर जीवन संभव होगा, वहां पर हमारी पृथ्वी के सामान ही इंसान बसते होंगे जीव जंतु होंगे टेक्नोलॉजी होंगी। हमलोगों से ज्यादा या फिर हमलोगों से कम ये कहा नहीं जा सकता है। लेकिन होगा तो जरुर वहां तक पहुँच पाना या फिर उससे संपर्क कर पाना फ़िलहाल तो मुश्किल है लेकिन आने वाले कुछ सौ सालो में हो सकता हमलोग संपर्क कर पाए या फिर खुद वो लोग संपर्क कर सकता है।
लेकिन एक अनुमान के मुताबिक हमलोग तो शायद संपर्क नहीं कर पाएंगे क्योंकि जिस तरह आज हमारी पृथ्वी पर आये दिन कुछ ऐसी ऐसी घटनाएँ घटती रहती है। इस हिसाब से सबसे पहले दुसरे ग्रह के लोग ही हमसे संपर्क करने की ज्यादा संभावना है।
हमारी पृथ्वी पर कई बार अज्ञात उड़नतश्तरी जिसे UFO भी कहते है देखा गया है। बहुत से लोगों ने तो विडियो तक बनाई है लेकिन ये कहाँ तक सच है कहा नहीं जा सकता है। जब तक कि वह पकड़ में नहीं आ जाये, हो सकता ही कोई देश ही इस UFO जैसा ही उड़ने वाला चोरी छुपे बनाया हो। और उसे कुछ समय के अन्तराल में आसमान में उड़ा कर लोगो को भटकाना चाहता है। अब सवाल ये आता है कि आखिर लोगो को क्यों भटकाना चाहता है इसके पीछे कोई वजह जरुर हो सकती है।