रविन्द्र जडेजा इन्हें आज कौन नहीं जानता, रविन्द्र जडेजा भारतीय क्रिकेट टीम के बहुत ही बेहतरीन आल राउंडर ख़िलाड़ी है। और आज की तारीख में रविन्द्र जडेजा बहुत ज्यादा पोपुलर ख़िलाड़ी भी है। ऐसे बहुत से मैचों को रविन्द्र जडेजा ने जिताया जहाँ सब बैट्समैन आउट हो चुके थे। जब भी रविन्द्र जडेजा को बैटिंग का मौका मिलता है तो अपना मौका खाली हाथ नहीं जाने देते हैं। रविन्द्र जडेजा को कई पुरुस्कार भी मिल चुके हैं, जब रविन्द्र जडेजा बैटिंग करते हैं तो उसका कोई भी प्रशंसक उसे खेलते हुए मिस नहीं करना चाहते। रविन्द्र जडेजा IPL20 में चेन्नई सुपर किंग की तरफ से खेलते हैं। रविन्द्र जडेजा का क्रिकेट का सफ़र जितना आसान आप सोच रहे हैं उतना आसान नहीं था। रविन्द्र जडेजा क्रिकेट का सफ़र इतना संघर्षपूर्ण रहा है कि शायद ही किसी का रहा होगा।
जब इनकी मां की मृत्यु हुई तो जडेजा उस समय ने सफा कह दिया था की अब मुझे क्रिकेट में नहीं जाना है। लेकिन उस समय उनकी बड़ी बहन ने भाई का हौसल बढाया एक मां का रोल निभाया। क्योंकि उस वक्त घर में एक उसकी मां ही थी जो जडेजा को सपोर्ट करती थी। जडेजा के पिता जडेजा को क्रिकेट में नहीं भेजना चाहते थे। वो तो जडेजा को शुरू से ही आर्मी में भेजना चाहते थे।
रविन्द्र जडेजा का पूरा नाम
रविन्द्र सिंह अनिरुद्ध सिंह जडेजा
निकनेम
आर. जे., जद्दू
रविन्द्र जडेजा का जन्म
6 दिसम्बर 1988
उम्र
33 वर्ष (2021)
जन्मस्थान
नवग्रामगढ़ ( गुजरात)
रविन्द्र जडेजा के पिताजी का नाम
अनिरुद्ध सिंह जडेजा
माताजी का नाम
लता जडेजा
रविन्द्र जडेजा की पत्नी का नाम
रीवाबा रविन्द्र सिंह जडेजा
रविन्द्र जडेजा का जन्म व परिवार
रविन्द्र जडेजा का जन्म 6 दिसम्बर 1988 को गुजरात के एक छोटे से गाँव नवग्रामगढ़ एक बेहद ही गरीब में हुआ। जडेजा के पिताजी का नाम अनिरुद्ध सिंह जडेजा है जो एक सिक्यूरिटी गार्ड का काम करते थे। जडेजा की माता जी का नाम लता जडेजा जो एक नर्स का काम करती थी और जडेजा की दो बड़ी बहन है। जडेजा की घर की आर्थिक स्थिति कुछ ठीक नहीं थी उनका जीवन बहुत तकलीफों से गुजरा है, जडेजा को बचपन से क्रिकेट खेलने का बड़ा शौक था। लेकिन जडेजा के पिता जी शुरू से ही जडेजा को आर्मी में भेजना चाहते थे। लेकिन यहाँ पर जडेजा की माँ इनको सपोर्ट करती थी हर जगह सपोर्ट करने के लिए हमेशा खडी रहती थी।
जडेजा के पिताजी से उनकी माँकहती थी कि इनको जिस चीज में रूचि है उसको करने दीजिये। इस चीज को लेकर जडेजा की माता पिता में अकसर बहस भी होती रहती थी। बाद में किसी तरह जडेजा के पिताजी को मना लेते हैं और वो भी राजी हो जाते हैं। 17 अप्रैल 2016 को रविन्द्र जडेजा का रिवा सोलंकी से शादी हुई।
रविन्द्र जडेजा का क्रिकेट सफ़र
रविन्द्र जडेजा को बचपन से ही क्रिकेट खेलने का बड़ा शौक था तो माता पिता के राजी होने पर रविन्द्र जडेजा को एक दिन महेंद्र सिंह चौहान के अकादमी में चले गए। महेंद्र सिंह चौहान पुलिस सर्विस में और खाली वक्त में अपने बंगले के छोटे से ग्राउंड में ही क्रिकेट की अकादमी चलाते हैं। गरीब बच्चों को फ्री में क्रिकेट सिखाते है और बहुत ही नेक दिल एक अच्छे इन्सान है। तो यहाँ पर महेंद्र सिंह चौहान जडेजा के टैलेंट को पहचाना और जो जडेजा बनना चाहता था, वो बना ही नहीं। जडेजा फ़ास्ट बॉलर बनना चाहता था लेकिन वो स्पिनर बन जाता है। और साथ में जडेजा को बैटिंग करना भी सिखा देते हैं अब वो एक बैट्समैन भी बन चुका था यानि अब वो एक आल राउंडर ख़िलाड़ी बन चुका था।
जब रविन्द्र जडेजा का उम्र 17 साल हुई तो उस वक्त जडेजा की मां की मृत्यु हो गई है। जिससे जडेजा सदमे में चला गया, एक मां ही थी जो हमेशा सपोर्ट करती थी, और छोड़ कर चले जाने से जडेजा एकदम सा टूट गया गया था। एक समय ऐसा आया की जडेजा ने तो ये तक फैसला कर लिया था अब वो न तो क्रिकेट खेलेगा और न ही क्रिकेट में जायेगा। उसके बाद जडेजा के कोच ने बहुत समझाया और फिर उसकी बड़ी बहन ने जडेजा को बहुत समझाया। कोच और बहन के बहुत समझाने पर जडेजा माना और फिर से खेलना शुरू किया। फिर कुछ समय पश्चात् जडेजा का चयन इंडियन टीम में होता है।
2005 में रविन्द्र जडेजा 16 साल की उम्र में अंडर-19 क्रिकेट से अपने जीवन के क्रिकेट करियर की शुरुआत की।
2006-07 जडेजा दिलीप ट्राफी से प्रथम श्रेणी क्रिकेट से डेब्यू करता है। दिलीप ट्राफी में रविन्द्र जडेजा पश्चिम झोन की तरफ से रणजी ट्राफी में खेलना शुरू किया था।
2006 में श्रीलंका में आयोजित अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप की टीम में जडेजा को शामिल किया गया, जिसमे भारतीय टीम उपविजेता रही। अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप मैच के फाइनल में जडेजा ने पाकिस्तान के 2 विकेट लिए थे।
2008 में हुए अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप मैच जीती जिसमे जडेजा भारतीय टीम के वे उपकप्तान थे।
2008 के अंडर-19 वर्ल्ड कप मैच में जडेजा ने अच्छी बल्लेबाजी की थी साथ में जडेजा ने इस टूर्नामेंट में 6 मैचों में 13 के औसत से 10 विकेट लिए थे।
8 फरवरी, 2009 को भारत श्रीलंका के साथ हुए एकदिवसीय क्रिकेट (वनडे) में जडेजा का डेब्यू होता है। और अपने पहले ही मैच में जडेजा 77 गेंदों में 60 रन बनाए और आउट भी नहीं हुए नाबाद रहे।
21 दिसंबर 2009 को कटक में भारत और श्रीलंका के बीच हुए तीसरे वनडे मैच में रविन्द्र जडेजा 4 विकेट लिया, इसके लिए जडेजा को मैन ऑफ़ द मैच का पुरुस्कार भी दिया गया था।
13 दिसम्बर 2012 नागपुर में हुए भारत और इंग्लैण्ड के साथ टेस्ट मैच क्रिकेट में जडेजा का डेब्यू होता है।
2012 में हुए IPL प्लेयर ऑक्शन में रविन्द्र जडेजा को चेन्नई सुपर किंग्स ने 2 मिलियन डॉलर में ख़रीदा था। चेन्नई सुपर किंग्स के ऊपर लगे 2 साल का आईपीएल बैन के बाद 2016 के IPL प्लेयर ऑक्शन में गुजरात लायंस ने जडेजा को 9.5 करोड़ में खरीदकर अपने टीम में शामिल किया था।
2013 के फरवरी-मार्च में हुए भारत और ऑस्ट्रेलिया के साथ हुए टेस्ट सीरीज में भारत ने 4-0 से ऑस्ट्रेलिया को हराया। साथ ही इस मैच श्रुंखला में जडेजा ने क्लार्क को 6 में मैचों में 5 बार जडेजा ने ही आउट कर दिया था।
22 जनवरी 2017 को हुए कोलकाता के ईडन गार्डन में अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय मैच में जडेजा ने सैम बिल्लिंग्स को आउट करके जडेजा अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय मैचों में 150 विकेट लेने वाले पहले भारतीय लेफ्ट-आर्म स्पिनर बनने का रिकॉर्ड बनाया। इसके बाद 2017 से जडेजा लम्बे समय तक टॉप लेवल रहे बॉलर रविचंद्रन अश्विन को भी पीछे छोड़ दिया था विश्व के नंबर 1 गेंदबाज बन चुके थे।
Ravindra Jadeja ICC प्लेयर मैच के रैंकिंग मे टेस्ट के नंबर वन बॉलर रह चुके है।