सुनील शेट्टी का जीवन परिचय : Suniel (Sunil) shetty Biography in hindi
आज हम बात करेंगे सुनील शेट्टी के एक सफल बिजनेसमैन से लेकर एक सफल अभिनेता बनने तक के सफर के बारे में। आखिर कैसे एक बिजनेसमैन फिल्म इंडस्ट्री में बेगैर किसी सिफारिश के घुस गया। सुनील शेट्टी कर्नाटक से एक हिन्दू परिवार से ताल्लुक रखते हैं, पिता एक सफल व्यवसायी थे। सुनील शेट्टी भी एक सफल व्यवसायी ही थे। लेकिन जिसके किस्मत में जो लिखा होता है उसको वो मिलना तय है। लोग इन्हे प्यार से अन्ना कहकर पुकारते हैं, इसके भी एक कारण है जो आपको आगे पता चलेगा। सुनील आज की तारीख में एक सफल अभिनेता है और आज भी फिटनेस के मामले में आगे है, और उसी की वजह से वो फिल्म इंडस्ट्री में काम करने का मौका मिला था। सुनील शेट्टी ने होटल मैनेजमेंट में डिग्री हासिल की।
सुनील शेट्टी ने 1992 में फिल्म बलवान से बॉलीवुड में डेब्यू किया, जिसमें दिव्या भारती उनकी सह-कलाकार थीं। यह फिल्म हिट रही, शुरुआत में वह एक्शन हीरो के रूप में पहचाने गए और 1990 के दशक में उन्होंने कई हिट एक्शन फिल्में दीं।
सुनील शेट्टी का जन्म, परिवार व शिक्षा
सुनील शेट्टी (Suniel Veerappa Shetty) का जन्म 11 अगस्त 1968 को कर्नाटक के मुल्कि में हुआ था, जो मंगलौर के पास पड़ता है। इनका पूरा नाम सुनील विरप्पा शेट्टी, और लोग इन्हे प्यार से अन्ना कहते हैं। ये नाम इन्हे फिल्म कांटे के शूटिंग के दौरान अमिताभ बच्चन जी ने दिया, उन्हे प्यार से अन्ना कहकर पुकारते थे। ये बात लोगों के बीच भी फैल गई जिससे लोग भी इन्हे अन्ना कहकर पुकारने लगे। सुनील के पिता का नाम विरप्पा शेट्टी था, 9 साल की उम्र में ही विरप्पा शेट्टी वेटर के रूप काम करने लगे थे। वो होटल मे प्लेटे भी धोते थे, और रात में थककर गोदाम में रखे सरसों की बोरियों पर ही सो जाते थे। किसी फिल्मी कहानी की तरह ही विरप्पा मेहनत और लगन से एक जमाने में मुंबई और कर्नाटक के होटल व्यवसाय क्षेत्र में जाना माना नाम बन गए।

और एक दिन उन्होंने मुंबई के वर्ली में स्थित उस होटल को भी खरीद लिया जहां पर कभी वो प्लेटे धोया करते थे। एक समय चुनिंदा होटल व्यवसायियों में कभी विरप्पा शेट्टी का भी नाम हुआ करता था। सुनील कहते हैं मेरे पिता ने कड़ी मेहनत और लगन के दम पर अपना मुकाम बनाया है। जो उनको भी प्रेतित करता है और हौसला देती है। सुनील शेट्टी की पत्नी का नाम माना शेट्टी है जब सुनील और माना की मुलाकात हुई तो उस वक्त सुनील लगभग 21 साल के थे और माना की उम्र लगभग 17 साल थी। लेकिन 1982 में हुए इस प्यार को अपनी मंजिल तब मिली जब 25 दिसम्बर 1996 को सुनील और माना की विवाह हुआ। 9 साल के लंबे अंतराल के बाद हुए इस विवाह की कहानी किसी फिल्म से कम नहीं है। एक एक गुजराती मुस्लिम परिवार में जन्मी माना का असली नाम मुनिसा कादरी है।
और इसके पिता का नाम अईयम कादरी है। जो एक मशहूर आर्किटेक है, इनकी माँ विफला कादरी एक समाजसेविका थी। अलग धर्म की होने की वजह से इन दोनों के शादी में बहुत सी रुकवाटे आई। सुनील अपने अच्छे व्यवहार और धैर्य से एक दिन कादरी परिवार का दिल जीत ही लिया। माना सुनील शेट्टी के लिए लक्की भी साबित हुई क्यूंकी अभी तक सुनील को फिल्मे मिल तो रही थी। लेकिन किसी न किसी वजह से आधे में लटक जा रही थी। लेकिन सुनील के जिदगी में आने के बाद दोनों फिल्मे बलवान और वक्त हमारा है बनी भी और बड़े पैमाने पर रिलीज भी हुई। माना एक एनजीओ चलाती हैं और एक सफल बिजनेसवुमन भी हैं। पत्नी माना के साथ वे रियल एस्टेट प्रोजेक्ट S2 और लाइफस्टाइल स्टोर R-House चलाते हैं।
सुनील शेट्टी के बच्चे और उनकी डैब्यू फिल्मे
सुनील के दो बच्चे है, बेटा आहान शेट्टी और बेटी आथिया शेट्टी का जन्म 5 नवंबर 1992 को मुंबई में हुआ, शुरुआती पढ़ाई मुंबई मे ही हुई बाद में आगे की पढ़ाई के लिए अमेरिका चली गई। जब उन्होंने फिल्मों में अभिनय को ही करिअर बनाने की बात घर में बताई तो सुनील ने अपनी गलतियों से सबक लेते हुए आथिया को पहले फिल्मों में अभिनय की बारीकियाँ सीखने सलाह दी। ताकि बाद में खुद सुनील की तरह कड़वी बाते सहनी न पड़े। आथिया शेट्टी ने न्यूयार्क अकादेमी से अभिनय और फिल्म तकनीकी का बाकायदा ट्रेनिंग ली। आथिया शेट्टी ने साल 2015 में फिल्म हीरो से फिल्मी करिअर की शुरुआत की। इसके बाद वह और भी फिल्मों में काम किया मुबारका, नवाबजादे और “मोतीचूर चकना चूर” में नजर आई। अहान शेट्टी का जन्म 15 जनवरी 1996 को मुंबई में हुआ।
उन्होंने भी पिता की तरह फिल्मों में काम करने की इच्छा जताई। अहान शेट्टी की पहली फिल्म RX 100 है। फिल्म के निर्माता साजिद नाडियावाला और निर्देशक मिलन लुथरिया है। सुनील शेट्टी की दो बहने भी है सुजाता शेट्टी और सुनीता तरुण प्रताप, सुजाता शेट्टी सुनील शेट्टी से बड़ी है और वो लाइम लाइट से दूर अपने पारिवारिक जीवन में व्यस्त रहती है। और समाजसेवा से भी जुड़ी हुई है, छोटी बहन सुनीता भी फिल्मी दुनिया से अलग-थलग अपने पति तरुण प्रताप के साथ समाज से जुड़ी हुई है। सुनील शेट्टी हिन्दी के अलावा साउथ के फिल्मों मे भी काम कर चुके हैं। और कुछ वेब सीरीज में भी काम कर चुके है।
59 साल के बावजूद भी वो न पूरा जवान है और न ही बूढ़े इस उम्र में भी पूरी तरह से फिट होने के वजह से उन्हे न पिता का रोल कोई देता है और न ही वह इतने जवान है की उन्हे कोई फिल्म में हीरो का मुख्य रोल दे।
प्रारम्भिक जीवन : फिल्मी इंडस्ट्री में प्रवेश कैसे हुआ?
उनके पिता वीरप्पा शेट्टी मुंबई में होटल और रेस्तरां के व्यवसाय में थे। सुनील शेट्टी ने होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई की और खुद भी सफल व्यवसायी बने। सुनील शेट्टी होटल management की डिग्री के साथ क्रिकेट भी अच्छा खेलते है। बचपन से ही सुनील क्रिकेटर बनना चाहते थे। साथ ही अपने पिता के व्यवसाय में मदद भी करते थे। जिससे की वो एक सफल व्यापारी भी बन गया। उसके बाद पिता के व्यापार का विस्तार भी किया। सुनील शेट्टी को फिल्मों में काम करने की कभी कोई ख्वाईश थी ही नहीं। लेकिन मुंबई में सफल बिजनेसमेन होने की वजह से सुनील शेट्टी का फिल्म इंडस्ट्री में कई लोगों के साथ उठना बैठना लगा रहता था। सुनील सेहत के प्रति जागरूक और पर्सनैलिटी शुरू से ही लोगों को आकर्षित करती थी।
उसी दौरान उसकी पर्सनैलिटी देखकर फिल्मी दुनिया के साथियों राजीव राय व शब्बीर बॉक्स जैसे डायरेक्टर ने सुनील शेट्टी को जोर देके उस जामाने के मशहूर फोटोग्राफर जेपी सिंघल से सुनील शेट्टी का पोर्टफोलियो फोटोशूट करवाया। और समझाया कि वह ऐक्टर बन सकता है, उन लोगों की बात सही साबित हुई और जल्द ही वह फिल्म फौलाद के लिए बतौर हीरो साइन कर लिए गए। जिसको डायरेक्ट कर रहे थे मशहूर निर्देशक पहलाज निहलानी लेकिन कुछ कारणवश वह फिल्म शुरू नहीं हो सकी। और बाद सुनील को कुछ और फिल्मों के लिए बतौर हीरो चुना गया लेकिन बात नहीं बनी। लेकिन इससे सुनील उदास नहीं हुए, और उसी दौरान सुनील को हाथ दो फिल्म लगी एक अक्षय कुमार के साथ वक्त हमारा है और दूसरी बलवान।
सुनील शेट्टी की पहली फिल्म
निर्देशक दीपक आनंद की फिल्म बलवान जिसमे सुनील सोलो हीरो थे वह पहले रिलीज हुई इसलिए यह फिल्म उनकी पहली फिल्म बन गई। ये दोनों ही फिल्मे 1992 में रिलीज हुई, आपको जानकार ताजूब होगा फिल्मी दुनिया में लोग सुनील को लेकर इतने आश्वस्त थे कि बलवान फिल्म के रिलीज होने से पहले ही उनके हाथों में बहुत सी फिल्मे आ चुकी थी, कहा जाता है की उसी दौरान तकरीबन 30 फिल्मे साइन कर ली थी। सुनील जहां अपनी पर्सनैलिटी और स्टन्ट की वजह से निर्देशकों के चहेते बन गए थे। तो वहीं दूसरी तरफ उन्हे अपनी अभिनय के लिए आलोचना भी झेलनी पड़ रही थी। वर्ष 1994 में रिलीज superhit फिल्म मोहरा में उनके एक्शन के साथ साथ अभिनय को भी सराहना की। लेकिन इसके बावजूद अभी भी उनके हिस्से में ज्यादातर एक्शन फिल्मे ही आ रही थी।
फिल्मी दुनिया की बहुत से दिग्गज अभिनेता ने इन्हे अधूरा ऐक्टर कहा कइयों ने तो इन्हे पहलवान और ऐक्टिंग के नाम पर चीखने और चिल्लाने वाला ऐक्टर तक कह डाला। ऐसा नहीं है ऐसी बाते सिर्फ इनको ही सुननी को मिली हो, ऐसी ही बातों का सामना शुरू शुरू में धर्मेन्द्र और अमिताभ जी को भी करना पड़ा। कुछ लोगों ने तो सुनील को यह तक कह दिया कि ऐक्टिंग उसकी बस की नहीं है। वो अपने होटल के बिजनेस में ही ध्यान दे, कहीं वो भी बर्बाद न हो जाए। अपने बारे में ऐसी बाते सुनकर बहुत दुखी होता। सुनील बताते हैं की जब मैंने अपना करिअर शुरू किया था, तो मुझे कोई भी गाइड करने वाला नहीं था। जब मेरी पहली फिल्म सफल हुई थी तो मैं खुशी से पागल हो गया था।
अपनी सफलता और लोगों द्वारा अपनी बॉडी की तारीफ सुनकर सुनील शेट्टी को ऐसा लगने लगा कि फिल्म इंडस्ट्री का दूसरा अमिताभ बच्चन वही बनेगा। बाद में सुनील की कई फिल्मे नहीं चली जितनी की उन्हे उनसे उम्मीद थी। इस वजह से कभी कभी सुनील शेट्टी अपने ऐक्टर बनने के फैसले से सवाल उठाने लगा था, बहरहाल अपनी असफलताओ और अपनी कमियों को स्वीकार कर अभिनय की बारीकियों पर मेहनत की। और उसी दौरान गोपी किशन और बेमिशल जैसी कॉमेडी फिल्मों में काम करने का मौका मिला। इन फिल्मों में उनके अभिनय को हर किसी ने सराहा उसके बाद कई और हास्य रोमांस और एक्शन फिल्मों के साथ साथ उसकी कुछ संजीदा फिल्मे भी आई जिसमे भाई और बॉर्डर जैसी फिल्मे शामिल है।
सुनील शेट्टी के पिता का निधन
साल 2013 में सुनील शेट्टी के पिता विरप्पा शेट्टी जी को लकवा मार दिया था। सुनील शेट्टी दिन रात अपने पिता की सेवा की और यहाँ तक की उन्होंने घर पर ही एक आयसीयू जैसा बनवा दिया। ताकि वो अपने पिता की ज्यादा से ज्यादा देखरेख व सेवा कर सके। और अपने आगे की करिअर पर ध्यान देना बंद कर दिया। 1 मार्च 2017 को लंबी बीमारी के बाद मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में सुनील के पिता विरप्पा शेट्टी का निधन हो गया। उस वक्त उनकी उम्र 93 साल की थी। पिता की मेहनत और सादगी ने उन्हें प्रेरित किया। उन्होंने कभी अपने पिता के काम को छोटा नहीं माना और उन्हें अपना हीरो मानते हैं।
व्यवसाय:
सुनील एक सफल व्यवसायी हैं। वे प्रसिद्ध रेस्तरां, मिसचीफ और सुज़ी वोंग जैसे बुटीक, और क्लब H2O के मालिक हैं। सुनील शेट्टी अभिनय के अलावा होटल व रेस्टोरेंट व्यवसाय, कपड़ों, बुटीक, जिम फैशन, फिटनेस ब्रांड्स, रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट और फिल्म निर्माता के क्षेत्र में भी सक्रिय है, और सफलता हासिल की। उनकी कॉम्पनी का नाम पॉपकॉर्न एंटरटैनमेंट (Popcorn Entertainment) है। खेल, रक्त, भागमभाग जैसी कई फिल्मों का निर्माण इस बैनर तले हो चुका है। सुनील शेट्टी भागमभाग फिल्मे में अपनी जगह गोबिंदा को काम दिया, क्यूंकी उस वक्त गोविंदा को कोई काम नहीं दे रहा था।
सुनील शेट्टी कई सामाजिक कार्यों से जुड़े हैं। उन्होंने कई स्पोर्ट्स इवेंट्स को भी प्रमोट किया है, जैसे फुटबॉल और कबड्डी। सुनील शेट्टी को NADA (National Anti Doping Agency) का ब्रांड एम्बेसडर भी बनाया गया।
पुरस्कार और सम्मान:
साल 2000 में आई फिल्म धड़कन में अपने जबरदस्त अभिनय से उन्होंने हर आलोचकों का मुंह बंद कर दिया। उनके बेहतरीन अभिनय के लिए साल 2001 में पहली बार उन्हे बेस्ट विलेन फिल्म फेयर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
- उन्हें सामाजिक कार्यों और फिटनेस को बढ़ावा देने के लिए भी कई सम्मानों से नवाजा गया है।
- फिल्मफेयर अवॉर्ड : 2001 में धड़कन के लिए सर्वश्रेष्ठ खलनायक का फिल्मफेयर पुरस्कार जीता।
- 2009 में रेड अलर्ट: द वॉर विदिन के लिए साउथ एशिया इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार मिला।
- सामाजिक कार्य: सुनील पिछले 26 वर्षों से मानव तस्करी के खिलाफ अभियान से जुड़े हैं और 400 से अधिक लड़कियों को बचाने में मदद की है।
फिल्मी करियर
प्रमुख फिल्में: 1990 के दशक में उनकी कई फिल्में हिट रहीं –
- वक्त हमारा है (1993, अक्षय कुमार के साथ)
- दिलवाले (1994)
- मोहरा (1994, उनकी पहली ब्लॉकबस्टर)
- गोपी किशन (1994, पहली कॉमेडी भूमिका)
- बॉर्डर (1997)
- हेरा फेरी (2000, कॉमेडी में मील का पत्थर)
- धड़कन (2000)
- सुनील शेट्टी ने तमिल फिल्म में 18 साल बाद मुंबई सागा (2021) में काम किया।
- अन्य भाषाओं में काम: सुनील ने हिंदी के अलावा तमिल फिल्म 12बी और अंग्रेजी फिल्म डोंट स्टॉप ड्रीमिंग में भी काम किया।
व्यक्तिगत जीवन और अन्य रुचियां
- शौक: सुनील को क्रिकेट बहुत पसंद है और वे सेलिब्रिटी क्रिकेट लीग में मुंबई हीरोज के लिए खेल चुके हैं। वे किकबॉक्सिंग में ब्लैक बेल्ट धारक हैं।
- विश्वास: वे भगवान शिव के भक्त हैं और धर्म के प्रति अपनी रुचि के लिए जाने जाते हैं।
- मित्रता: सुनील की संजय दत्त और रवीना टंडन के साथ गहरी दोस्ती है।
संपत्ति
- नेट वर्थ: उनकी कुल संपत्ति लगभग 125 करोड़ रुपये आंकी गई है। उनके पास मर्सिडीज GLS 350 D, हमर, और रेंज रोवर वॉग जैसी लग्जरी कारें हैं। वे मुंबई के पॉश इलाके ऑल्टमाउंट रोड पर पृथ्वी अपार्टमेंट में रहते हैं।
सुनील शेट्टी कितने करोड़ का मालिक है?
उनकी कुल संपत्ति लगभग 125 करोड़ रुपये आंकी गई है। उनके पास मर्सिडीज GLS 350 D, हमर, और रेंज रोवर वॉग जैसी लग्जरी कारें हैं।
सुनील शेट्टी की शादी कब हुई थी?
25 दिसम्बर 1996
सुनील शेट्टी का दामाद कौन है?
केएल राहुल
सुनील शेट्टी का घर कहाँ है?
वे मुंबई के पॉश इलाके ऑल्टमाउंट रोड पर पृथ्वी अपार्टमेंट में रहते हैं।
सुनील शेट्टी की पत्नी का धर्म क्या है?
उनकी पत्नी का असली नाम मुनिसा कादरी जो एक गुजराती मुस्लिम परिवार से है।