संजय दत्त का जीवन परिचय : Sanjay Dutt Biography in hindi
Sanjay Dutt real name | संजय बलराज दत्त |
Sanjay Dutt birthday | 29 जुलाई सन्न 1959 |
Sanjay Dutt age | 63 साल (2022) |
Sanjay Dutt birth place | मुंबई, महाराष्ट्र में |
Sanjay Dutt father’s name | सुनील दत्त (बलराज दत्त) |
Sunil dutt real name | बलराज दत्त |
Sanjay Dutt mother’s name | नरगिस दत्त |
Sanjay Dutt sister name | नम्रता दत्त और प्रिया दत्त |
Sanjay Dutt brother | भाई नहीं है |
Sanjay Dutt father’s occupation | अभिनेता, Producer, नेता |
Sanjay Dutt mother’s occupation | अभिनेत्री |
Sanjay Dutt father’s death date | 25 मई 2005 को हुई |
Sanjay Dutt mother’s death date | 1981 को हुआ |
Sanjay Dutt wife’s name | 1.रिचा शर्मा (1987), 2.रिया पिल्लई (1998), 3.मान्यता (2008) |
Sanjay Dutt childrens | 3 बच्चे हैं |
Sanjay Dutt sons name | 1. शाहरान दत्त (मान्यता से) |
Sanjay Dutt daughter name | 1. त्रिशाला दत्त (रिचा शर्मा से), 2. इकरा दत्त ( मान्यता से) |
Sanjay Dutt educations | स्नातक (Graduation) |
Sanjay Dutt grandfather name | दीवान रघुनाथ दत्त |
Sanjay Dutt grand mother’s name | कुलवंती दत्त |
Sanjay Dutt uncle name | सोमदत्त |
Sanjay Dutt address | |

संजय दत्त (Sanjay Dutt) को बॉलीवुड इंडस्ट्री के खलनायक माने जाते है, और है भी, संजय दत्त 1960s दशक के महशूर अभिनेता और अभिनेत्री सुनील दत्त और नरगिस के बेटे है। इनके पिता पुराने दौर के बहुत ही चर्चित अभिनेता रह चुके है साथ में इनकी माँ भी मशहूर अभिनेत्री रह चुकी है, पर अफसोस इनकी माताजी का निधन बहुत ही जल्द हो गई थी। इनकी माता का निधन साल 1981 में कैंसर कि वजह से हो गई थी, उसके बाद से संजय दत्त को नशे की आदत लग गई ये देख पिता ने उसे अमेरिका भेज दिया। संजय दत्त ने अपने जीवन काल में अभी तक 3 शादियाँ की है इनकी पहली पत्नी कि मौत हो चुकी है।
संजय दत्त फिल्म इंडस्ट्री में बड़े आसानी से घुस गए क्योंकि इनके पिता सुनील दत्त खुद एक मशहूर अभिनेता के साथ साथ producer भी थे, जिस वजह से संजय दत्त को बॉलीवुड इंडस्ट्री में जगह बड़े ही आसानी से मिल गई। शुरुआती दौर में थोड़ा मुश्किलों का सामना जरूर करना पड़ा, लेकिन आज के दौर मे कुछ लोग बॉलीवुड इंडस्ट्री में घुसने के लिए संघर्ष करते है पहले के जमाने में उतना नहीं था।
संजय दत्त का जन्म, परिवार व शिक्षा : Sanjay Dutt birth & family
संजय दत्त का जन्म 29 जुलाई सन् 1959 को महाराष्ट्र के मुंबई में हुआ, संजय दत्त के पिता का नाम सुनील दत्त और माता का नाम नरगिस है। इनके माता-पिता सुनील दत्त और नरगिस कई फिल्मों में काम कर चुके हैं। संजय दत्त तीन भाई बहन है जिनमें पहला संजय दत्त उसके बाद बहन नम्रता दत्त और प्रिया दत्त है। उस दौर की सबसे बड़ी अंतर धार्मिक शादी सुनील दत्त और नरगिस की थी, उस समय किसी अभिनेता ने अन्तर धार्मिक शादी नही की किसी जिसका प्रचलन सुनिल दत्त ने शुरू की।
सुनील दत्त का जन्म पाकिस्तान के पंजाब के खुर्द में 6 जून सन् 1929 को हुआ था। सुनील दत्त का असली नाम बलराज दत्त था, घरवाले ने प्यार से बल्ला कह कर पुकारते थे। सुनील दत्त नाम इन्होंने फिल्मों में आने के बाद रखा था, सुनील दत्त जमीदार परिवार से ताल्लुक रखते हैं। सुनील दत्त के पिता का नाम दीवान रघुनाथ दत्त और माताजी का नाम कुलवंती दत्त था। सुनील दत्त के एक छोटे भाई थे जिसका नाम सोम दत्त था, सुनील दत्त के भाई सोमदत्त ने भी बॉलीवुड के हिंदी के कई फिल्मों में काम किया है।
संजय दत्त का असली नाम संजय बलराज दत्त है फ़िल्म में आने के बाद अपने पिता की ही तरह इन्होने भी अपना नाम सिर्फ संजय दत्त रख लिया।
इनकी एक बहन है राजरानी बाली, और जाने-माने टीवी अभिनेता निमाई बाली इसी के बेटा है यानी कि सुनील दत्त के भांजे हैं।
संजय दत्त ने अपने जीवन में तीन शादियां की संजय दत्त की पहली शादी अभिनेत्री रिचा शर्मा से 1987 में हुई लेकिन 9 साल बाद रिचा शर्मा की ब्रेन ट्यूमर के कारण साल 1996 में मृत्यु हो गई। संजय दत्त की रिचा शर्मा से एक बेटी हुई जिसका नाम त्रिशाला दत्त है जो अपने ग्रांड पैरेंट्स के साथ अमेरिका में रहती है। उसके बाद संजय दत्त ने मॉडल रिया पिल्लई से साल 1998 में शादी की लेकिन संजय दत्त और रिया पिल्लई का शादी ज्यादा वर्षों तक नहीं टिक पाई और इन दोनों के बीच तलाक हो गया। उसके बाद संजय दत्त ने साल 2008 में मान्यता से शादी की।
21 अक्टूबर 2010 को संजय दत्त जुड़वा बच्चों के बाप बने, जिसमे एक बेटी हुई और एक बेटा हुआ बेटी का नाम इकरा दत्त और बेटे का नाम शाहरान दत्त रखा। अगस्त 2020 में संजय दत्त को सांस लेने में तकलीफ हुई तो एमएलए मुंबई के लीलावती हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टरों को पता लगा कि संजय दत्त को फेफड़े के कैंसर है जो तीसरा स्टेज है।
संजय दत्त की बहन नम्रता दत्त की शादी कुमार गौरव से हुई यह भी अभिनेता राजेंद्र कुमार के सुपुत्र है और यह भी कई फिल्मों में काम कर चुके हैं। नम्रता और कुमार गौरव की दो बेटियां हैं जिसका नाम जिसका नाम सांची और सिया है। सांची पेशे से एक डिजाइनर है, सांची का विवाह कमाल अमरोही के पोते बिलाल अमरोही से हुआ। सिया का विवाह आदित्य से हुआ है जो एक बिजनेसमैन है। बात करे सुनील दत्त की दूसरी बेटी प्रिया दत्त की दूसरी बहन कांग्रेस पार्टी की तरफ से लोकसभा सांसद रह चुकी हैं। प्रिया दत्त ने भी एक बिजनेसमैन से शादी की और उनके दो बेटे हैं, जिसका नाम सुमेर और सिद्धार्थ है।
दत्त परिवार का फिल्मी सफ़र
सुनील दत्त के पिताजी दीवान रघुनाथ दत्त का निधन बचपन में हो गया था, उस समय सुनील दत्त बहुत छोटे थे उसके बाद भारत स्वतंत्रता के बाद सुनील दत्त का पूरा परिवार अपनी जमीन जायदाद छोड़ भारत की तरफ रुख कर गए। भारत आने के बाद सुनील दत्त का परिवार रिफ्यूजी के तौर पर रह रहे थे स्थिति बहुत ही खराब थी। भारत आकर उन्होंने तब के हरियाणा और अब के पंजाब में यमुनानगर के मंडोली गांव में शरण लिया। उसके कुछ समय के पश्चात इनका पूरा परिवार लखनऊ आकर बस गए, उसके बाद सुनील दत्त लखनऊ से मुंबई चले गए।
मुंबई के काला घोड़ा में नौसेना की इमारत में रहने का जुगाड़ कर लिया, जहां मुंबई में सुनील दत्त छोटे से कमरे में रहते थे वहां पर 8 लोग और रहते थे। जिसमें कई प्रकार के लोग रहते थे कोई दर्जी थे तो कोई ठाकुर थे। सुनील दत्त ने मुंबई में है जय हिंद कॉलेज में दाखिला लिया और साथ में मैं बस कंडक्टर के रूप में काम भी किया। और बाद में एक ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम शुरू किया, उसके बाद सुनील दत्त एक रेडियो पर उद्घोषक बने। और रेडियो के माध्यम से बॉलीवुड के उस जमाने के अभिनेता और अभिनेत्रियों का इंटरव्यू लेने शुरू किए और धीरे धीरे फिल्मी दुनिया में पहुंच गए।
सुनील दत्त और नरगिस की शादी
सुनील दत्त और अभिनेत्री नरगिस की मुलाकात उसी रेडियो में एक इंटरव्यू के दौरान हुई थी, जिसमें सुनील दत्त नरगिस का इंटरव्यू लेते समय बहुत नर्वस हो गए थे और उनसे कुछ पूछी नहीं पा रहे थे। जिसके कारण यह शो को रद्द करना पड़ा, लेकिन सुनील दत्त साहब जी धीरे-धीरे फिल्मी दुनिया के तरफ कदम बढ़ा रहे थे। और वह दिन आया जब सुनील दत्त साहब जी को एक फिल्म मिला फिल्म का नाम था रेलवे प्लेटफार्म जो साल 1955 प्रदर्शित हुई थी। इस फिल्म से संजय दत्त को उतनी कुछ खास पहचान नही मिली लेकिन 1957 में आई फिल्म मदर इंडिया ने सुनील दत्त को जबरदस्त पहचान मिली।
मदर इंडिया जो महबूब साहब जी ने बनाई थी सुनील दत्त की मदर इंडिया फिल्म सुनील दत्त को रातों-रात एक सुपरस्टार बना दिया एक अलग ही पहचान दिलाई। इस फिल्म में राजेंद्र कुमार थे नरगिस थे और सुनील दत्त नरगिस इस फिल्म में सुनील दत्त के मां के किरदार में थे और राजेंद्र कुमार के भाई के किरदार में थे। मदर इंडिया के सेट पर नरगिस जी को आग से बचाने के बाद नरगिस जी हमेशा के लिए सुनील दत्त के हो गए। सुनील दत्त और नरगिस ने शादी कर ली और सालों तक लोगों से छुपा के रखा।
उसके बाद सुनील दत्त साहब जी की भी किस्मत चला गया और सुनील दत्त को कई फिल्में मिली जो लगभग सभी सुपर डुपर हिट रही।
सुनील दत्त की आखिरी फिल्म उनके बेटे के साथ ही थी जिसका नाम मुन्ना भाई एमबीबीएस था, सुनील दत्त साहब ने कई फिल्मों का निर्माण भी किया जिसमें सिर्फ एक फिल्म में अपने भाई सोमदत्त को भी लांच किया। इस फिल्म का नाम था मन के मीत, और इस फिल्म में विनोद खन्ना जी को भी मौका मिला था काम करने का अभिनय करने का, सुनील दत्त के भाई सोमदत्त ज्यादा दूर तक फिल्मों में नहीं जा सके। सुनील दत्त फिल्मों से रिटायर लेने के बाद राजनीति में चले गए, साल 1984 में कांग्रेस के सीट से इन्होंने चुनाव जीता और लगातार 5 साल तक जीत दर्ज की।
डॉ मनमोहन जी की सरकार में सुनील दत्त जी 2004 से 2005 के बीच खेल युवा मामले के खेल मंत्री भी बनाया गया। सुनील दत्त की मृत्यु 25 मई 2005 को हुई, सुनील दत्त की पत्नी नरगिस की मृत्यु साल 1981 में कैंसर की वजह से हुई। सुनील दत्त जब अपनी पत्नी नरगिस को कैंसर का इलाज कराने के लिए विदेश ले गई तो उसकी पत्नी ने बातों ही बातों में अपने पति सुनील दत्त से कहा जब से अपने दिल की बात जाहिर की और कहा कि आप मेरे जैसे कैंसर मरीजों के लिए कुछ करते क्यों नहीं है? उसकी बातों को मानते हुए उसने नरगिस के नाम से 1982 में नरगिस दत्त मेमोरियल कैंसर हॉस्पिटल की शुरुआत की।
संजय दत्त के पिता उस जमाने के जाने माने मशहूर अभिनेता बन गए साथ में फिल्मों को निर्देशित भी करते थे, तो संजय दत्त के लिए फिल्मों में घुसने के लिए किसी भी तरह का मुश्किलों का सामना नही करना पड़ा। संजय दत्त तो बचपन से ही फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया था जिसकी शुरुआत इन्होने फ़िल्म रेशमा – शेरा से एक बाल कलाकार के रूप में किया था। उनके पिता एक बहुत बड़े अभिनेता रह चुके हैं जिन्होंने कई बड़ी हिट कई फिल्में दी है।
लेकिन मैन लीड रोल हीरो में संजय दत्त फिल्म रॉकी में नजर आए, जो संजय दत्त की पहली फिल्म थी, संजय दत्त की ये फिल्म सुपर डुपर हिट रही। उस समय संजय दत्त कि एक फिल्म आई जिसका नाम वास्तव था इस फिल्म के लिए संजय दत्त को बेस्ट अभिनय के तौर पर इनको फ़िल्म फेयर अवार्ड से पुरुष्कृत भी किया गया।
संजय दत्त की माता जी का निधन कैंसर की वजह से हुई थी, जिसकी वजह से संजय दत्त को नशे की आदत लग गई और ड्रग्स लेने लगे। इनके पिता इसको सुधारने के लिए टैक्सास भेज दिया लेकिन यह तब भी नहीं सुधरे, उसके बाद इनकी पत्नी रेखा शर्मा की ब्रेन ट्यूमर से मौत हो गई जिसके बाद अपनी बेटी की कस्टडी के लिए इन्होंने अदालत में जाना पड़ा और अपनी बेटी को अपने पास रखने के लिए कानून से लड़ाई भी लड़ी लेकिन ये केस अदालत में हार गए। और उनकी बेटी अपने ग्रैंड पैरंट्स के साथ अमेरिका जा बसी।
संजय दत्त को बहुत ही कम उम्र में सिगरेट पीने की आदत हो गई थी उनके पिता सुनील दत्त को एहसास हो गया था कि उनका बेटा संजय दत्त बिगड़ रहा है उसके बाद इसके पिता ने उनको पढ़ने के लिए लॉरेंस स्कूल भेज दिया। लॉरेंस सनावर की पढ़ाई पूरा होने के बाद ग्रेजुएशन पूरा करने के लिए वापस संजय दत्त मुंबई आ गए। और साथ में फिल्म में भी काम करने की तैयारी शुरू कर दी, संजय दत्त की पहली फिल्म रॉकी थी जिस को उसके पिता सुनील दत्त ने निर्देशित की थी उससे पहले संजय दत्त बाल कलाकार के रूप में रेशमा शेरा में काम कर चुके थे।
और इस समय तक संजय दत्त को ड्रग्स की लत लग चुकी थी, उस दौर में संजय दत्त को फिल्म से पहचान कब मिली, उन्हें विवादित एर गलत कामों से पहचान ज्यादा मिली थी। संजय दत्त को ड्रग्स कि आदत लग चुकी थी उन्हें अमेरिका के टेक्सास में इलाज के लिए भेजा गया जहां वे करीब 2 साल तक रहे। 2 साल के बाद संजय दत्त मुंबई लौटने के बाद फिर से इन्होंने अपने फिल्मी करियर का सफर शुरू किया और और कई फिल्मों में काम किया संजय दत्त की फिल्म नाम ने खूब पहचान दिलाई।
संजय दत्त के पास अधिक मात्रा में नशे का पदार्थ रखने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया, सुनील दत्त के अथक प्रयासों के बाद संजय दत्त को करीब डेढ़ महीने सजा काटने के बाद उन्हें रिहाई मिली। जब संजय दत्त जेल गए थे उससे पहले उनकी एक फिल्म बन चुकी थी और जेल जाने के बाद उस फिल्म को रिलीज किया गया उस फिल्म का नाम था खलनायक। इस फिल्म में भी संजय दत्त के बहुत बड़ी पहचान दिलाई इस फिल्म में खलनायक के रूप में संजय दत्त ने काम किया जो कि वह तो बेहतरीन काम किया था।
लेकिन साल 1993 के मुंबई बम ब्लास्ट में संजय दत्त को गैरकानूनी रूप और बगैर लाइसेंस के बहुत से हथियार रखने के जुर्म में गिरफ्तार कर लिया गया, और कई वर्षों तक इन्हें जेल के चक्कर काटने पड़े और उन्हें सजा भी हुई। उस दरमियान संजय दत्त को बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ा और जुलाई 2007 में उन्हें 6 साल की सजा सुनाई गई। भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने 21 मई 2013 को अपने एक निर्णय में उन्हें 1993 में हुए मुंबई बम ब्लास्ट में के मामले में उन्हें 5 साल की कारावास की सजा सुनाई गई।