हेमन्त सोरेन जी (Hemant Soren) झारखण्ड के वर्तमान समय के 11वें मुख्यमंत्री है, चूँकि इससे पहले भी हेमन्त सोरेन जी 10वें मुख्यमंत्री बन चुके थे। सबसे पहले हेमन्त सोरेन जी 13 जुलाई 2013 से 23 दिसम्बर 2014 तक झारखण्ड के मुख्यमंत्री रह चुके थे।हेमन्त सोरेन (Hemant Soren) के पिताजी शिबू सोरेन जी झारखण्ड के विभाजित होने के बाद तीसरे मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। उसके बाद भी दो बार शिबू सोरेन झारखण्ड के मुख्यमंत्री रह बन चुके हैं, झारखण्ड में 2 बार राष्ट्रपति शासन भी लागू हो चुका है। और दोनों ही बार शिबू सोरेन जी के मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान झारखण्ड में राष्ट्रपति शासन लागू हुआ था।
Hemant Soren biography
Hemant Soren Birthday/DOB
10 अगस्त 1975
Hemant Soren age
47 वर्ष (2022 )
Birth place (जन्मस्थान)
नेमरा रामगढ़ (झारखण्ड)
राष्ट्रीयता (Nationality)
भारतीय
शिक्षा (Education)
12th उत्तीर्ण
Hemant Soren father name (पिताजी)
शिबू सोरेन
Hemant Soren mother name (माताजी)
रूपी सोरेन
हेमन्त सोरेन का भाई
1. बसंत सोरेन 2. दुर्गा सोरेन
हेमन्त सोरेन की बहन
1. अंजलि सोरेन
Marital Status
Married
Hemant Soren wife (पत्नी)
कल्पना सोरेन
हेमन्त सोरेन के बच्चे
2 बेटे
धर्म (Religion)
हिन्दू
जाति (Caste)
ST
पेशा (Profession)
राजनीति
हेमन्त सोरेन का पार्टी का नाम
JMM – झारखण्ड मुक्ति मोर्चा
Hemant Soren birth, family & education
हेमन्त सोरेन (Hemant Soren) का जन्म 10 अगस्त 1975 को नेमारा गाँव, रामगढ़ (वर्तमान – झारखण्ड) में हुआ। हेमन्त सोरेन के पिता का नाम शिबू सोरेन है, जिन्हें एक बड़ा राजनीतिज्ञ माना जाता है और हेमन्त सोरेन की माता जी का नाम रूपी सोरेन है हेमन्त सोरेन के दो भाई और एक बहन भी है।
हेमन्त सोरेन जी (Hemant Soren) 10वीं की परीक्षा M. G High School, पटना से सन् 1990 में पास किया था, उसके बाद हेमन्त सोरेन रांची के बीआईटी मैकेनिकल इंजीनियरिंग कॉलेज (B.I.T. Mechanical Engineering College) Admissions. कुछ कारण से हेमन्त सोरेन ने अपनी कॉलेज की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी और आगे की पढाई नहीं की उसके कुछ समय के बाद हेमन्त सोरेन की कल्पना सोरेन नाम की लड़की के साथ शादी कर दी गई और वर्तमान समय में हेमन्त सोरेन के दो बेटे भी है।
हेमन्त सोरेन जी के राजनीतिक कैरियर में उनकी पत्नी कल्पना सोरेन जी बहुत ज्यादा ही ज्यादा सहयोग करती है। कल्पना सोरेन बराबर अपने पति हेमन्त सोरेन जी के साथ सदैव ही खड़ी रहती हैं। और उन्हें आगे बढ़ने के लिए हमेशा प्रोत्साहित करती हैं इसलिए उनकी राजनैतिक कार्यों में उनकी पत्नी कल्पना सोरेन की सबसे बड़ी भागीदारी मानी जाती है, और लगभग हर जगह दोनों ही नजर आते हैं।
हेमंत सोरेन का राजनीतिक सफ़र
हेमंत सोरेन (Hemant Soren) 2005 में पहली बार विधानसभा चुनाव में दुमका से चुनाव लड़ता है लेकिन इस चुनाव में हेमन्त सोरेन जी हार जाते हैं।
हेमन्त सोरेन के बड़े भाई की अचानक किसी कारण से मृत्यु हो जाती है उसके कुछ समय तत्पश्चात हेमंत सोरेन 2009 में JMM के नेता बनाया जाता है।
24 जून 2009 में राज्य सभा से हेमन्त सोरेन MP ( Member of Parliament ) बनते हैं 11 सितंबर 2010 को हेमन्त सोरेन झारखंड के डिप्टी सीएम के पद मिलता है, और 2013 तक इस पद पर रहते हैं। और उसके बाद 2013 में हेमन्त सोरेन झारखण्ड के Chief Minister (CM) बनते हैं। जो की कांग्रेस और RJD के गठबंधन के सहयोग से कांग्रेस के साथ मिलकर झारखण्ड में अपनी सरकार बनाई।
अर्जुन मुंडा जिस समय अन्य पार्टियों के साथ गठबंधन कर रही थी उस समय सितंबर 2013 में हेमंत झारखंड के उप मुख्यमंत्री के रूप में उभरते हैं।
हेमन्त सोरेन 13 जुलाई 2013 को झारखंड राज्य के सबसे युवा मुख्यमंत्री बनते है और 23 दिसंबर 2014 तक मुख्यमंत्री पद पर आसीन रहते हैं।
2014 में फिर विधानसभा चुनाव होता है जिसमे रघुवर दास बीजेपी से मुख्यमंत्री बनते हैं और जब रघुवर दास Chief Minister (CM) बनते हैं। और अधौगिककरण पर ज्यादा जोड़ देता है और रघुवर दास एक ऐसा कानून लाता है जिसमे रघुवर सरकार आदिवासियों की जमीने लेने की बात करता है और उसके बदले में मुवाबजा के रूप में आदिवासियों को कुछ भी नहीं दे रही थी। इससे आदिवासियों नाराजगी देखने को मिलने लगी और वहां पर आदिवासी ने अपने घर के बाहर की दीवारो पर लिख दिया की हम देश के सविंधान के हिसाब से चलते हैं। तो उसके बाद करीब 10000 आदिवासियों पर देशद्रोह का मुकदमा केस दर्ज किया गया इसके खिलाफ हेमन्त सोरेन जी ने मोर्चा खोल दिया। और उसके बाद इस कानून को रघुवर सरकार को वापस लेनी पड़ी और उस समय 10000 आदिवासी पर देश द्रोही का मुकदमा दर्ज हो गया था इल्जाम लगा दिया गया।
2014 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 37 सिट लाये थे और बहुमत के लिए अधिकतम 41 सिट चाहिए होती है। बीजेपी ने AJSU ( All Jharkhand student Union) के साथ मिलकर सरकार बनाई थी, AJSU को 5 सिट मिली थी तो बीजेपी और AJSU को मिलाकर 42 हो गई थी।
2019 के चुनाव में हेमन्त सोरेन ने चुनाव के दैरान बहुत सी सभाए की बीजेपी के खिलाफ भाषण दिए कि बीजेपी सरकार झारखण्ड के लोगों के हित में कोई भी काम नही कर रही ही। झारखण्ड में सब कुछ होते हुए भी झारखण्ड बहुत सी चीजो में पीछे है वो चाहे स्वास्थ को लेकर हो या फिर शिक्षा के क्षेत्र में हो ये सब मुद्दों को उठाकर 2019 के चुनाव में हेमन्त सोरेन जीत जाते है।
2019 के विधानसभा चुनाव में JMM को 30 सीटें मिली थी और उसमे बीजेपी को 25 सीटें मिली थी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को 16 सीटें मिली थी तो JMM और कांग्रेस मिलकर 46 सीटें हो गई थी और झारखण्ड में अपनी सरकारी बनाती है, जिसमे हेमन्त सोरेन जी को मुख्यमंत्री बनते हैं।
हेमन्त सोरेन ( Hemant Soren ) 2019 के विधानसभा में 2 सीटों से लड़ा था एक दुमका से वहां लुईस मरांडी को हराया और दूसरा बरहेट वहां से भी हेमन्त सोरेन जीत जाते हैं।
रघुवर दास 2019 के विधानसभा चुनाव में जमशेदपुर सिट से खड़ा हुए थे और हार जाते है उसे सरयू रॉय ने हरा दिया था जो निर्दलीय से खड़ा हुआ था।
हेमन्त सोरेन ने तो झारखण्ड में शराब बंद करने का भी निर्णय लिया था और इसके खिलफ मोर्चा भी की गई बहुत से लोगों को इस मोर्चे में शामिल होने के लिए आगे भी आने को कहा गया और इसमें महिलाओं को बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
अभी तक झारखण्ड में रघुवर दास ने ही मुख्यमंत्री रहकर 5 साल तक का कार्यकाल पूरा किया।
झारखण्ड चाहे तो बहुत आगे तक जा सकता है लेकिन बहुत से वजहों से झारखण्ड अभी भी बहुत पीछे है, झारखण्ड में अभी 40 % लोग गरीबी रेखा से नीचे अपना जीवन बसर करते हैं। उनको जो हक़ मिलना चाहिए वो मिलता ही नहीं है अगर उसके नाम कुछ आया भी हो तो भ्रष्टाचार होने की वजह से उसे मिल नहीं पाता है।