महेंद्र सिंह धोनी का जन्म तो झारखण्ड राज्य के रांची जिले में हुआ था। लेकिन महेंद्र सिंह धोनी का पूरा परिवार उतराखंड के कुमाऊं के रहने वाले हैं। आज भी महेंद्र सिंह धोनी का कुछ परिवार उतराखंड में ही रहते हैं। इनका जो पैतृक घर उतराखंड में है ये ऐसी जगह पर हैजहां पर आने जाने के लिए साधन तक नहीं है। क्योंकि वहां का रास्ता इतना ख़राब है कि वहाँ गाड़ी चलना संभव नहीं है। आज भी वहां की स्थिति कुछ ठीक नहीं है, बहुत से लोग वहां से दुसरे जगह पर पलायन कर चुके है। उस वक्त वहां की आबादी लगभग 200 से 300 के आसपास रही होगी। महेंद्र सिंह धोनी का पैतृक घर पहाड़ो से होकर गुजरना पड़ता है।
वहां पहुँचने के लिए किसी भी तरह का सुविधा उपलब्ध नहीं है, न वहाँ सड़क है न स्कूल है और न अस्पताल है। आज भी यातायात सुविधा वहाँ चालू नहीं हो पाई क्योंकि वहाँ सड़क बनना संभव नहीं है और न ही वहां आम आदमी का पहुँचाना संभव है।
धोनी का असली नाम
महेंद्र सिंह धोनी
धोनी का जन्मदिन
7 जुलाई 1981
जनस्थान
रांची
उम्र
44 साल का (2025)
धोनी का पैतृक घर
कुमाऊँ लावली गाँव (उतराखंड)
धोनी के पिता का नाम
पानसिंह धोनी
माता का नाम
श्रीमती देवकी देवी
धोनी के भी का नाम
नरेन्द्र सिंह धोनी
धोनी की बहन का नाम
जयंती सिंह
धोनी की पत्नी का नाम
साक्षी धोनी (Sakshi Dhoni)
धोनी का नेटवर्थ
करीब 750 करोड़ से ऊपर
धोनी का जन्म परिवार व शिक्षा
महेंद्र सिंह धोनी का जन्म 7 जुलाई 1981 को एक राजपूत परिवार में रांची जिले में हुआ था। पहले रांची बिहार के अंतर्गत आता था। लेकिन अब रांची झारखण्ड राज्य के अंतर्गत आता है। धोनी के पिता का नाम पानसिंह धोनी है जो उतराखंड से पलायन करके काम की तलाश में रांची में बस गए थे। महेंद्र सिंह धोनी का जन्म रांची में ही हुआ, धोनी का प्रारंभिक शिक्षा डी. ए. वी. जवाहर विद्या मंदिर श्यामली रांची से ही हुआ। धोनी की पत्नी का नाम साक्षी धोनी है, इनकी शादी साक्षी सिंह से 4 जुलाई 2010 को हुई। धोनी की पत्नी साक्षी धोनी की उम्र 2024 के अंत तक 36 साल हो जाएगा। इनका जन्म 19 नवंबर 1988 को हुआ, साक्षी असम के गुवाहाटी की रहने वाली है।
साक्षी ने होटल मैनेजमेंट का कोर्स किया है और वो शादी से पहले कोलकाता के ताज होटल में ही काम कर रही थी। इसी होटल में पहली बार साक्षी औऱ धोनी की मुलाकात हुई थी।
धोनी का पैतृक गाँव
इनका पैतृक घर उतराखंड कुमाऊं के लावली गाँव में है। ये ऐसी जगह है जहां से आने जाने के लिए अच्छे साधन नहीं है। क्योंकि वहां का रास्ता ठीक नहीं है धोनी का जो घर उतराखंड में था वो पहाड़ो से होकर जाता है। वहां तक पहुचंने के लिए पहाड़ो के रास्ते से होकर पैदल जाना पड़ता है। इस गाँव में न स्कूल है, न सड़क है, न अस्पताल है तो भला लोग यहाँ रहकर क्या करेंगे। खेती करने के लिए जमीने उतनी अच्छी है नहीं। उस वक्त तक वहां ज्यादा लोग नहीं रहते थे मुश्किल से 300 के आसपास रहते थे। जो धीरे धीरे वहां से दूसरी जगह पलायन कर गए। आज के समय में बहुत से लोग वहां से पलायन कर चुके हैं। क्योंकि बहुत सी सुख सुविधा आज भी वहाँ उपलब्ध नहीं हो पाई है।
और वहां पहुँचाना संभव भी नही है, तो वहां से महेंद्र सिंह धोनी के पिताजी रांची आ गए। कुमाऊँ लावली गाँव (उतराखंड) में धोनी का पुश्तैनी घर हैं। आज लावली गाँव के लोग महेंद्र सिंह धोनी पर गर्व होता है। आज भी कुमाऊँ लावली गाँव (उतराखंड) में महेंद्र सिंह धोनी के चाचा चाची और अन्य सगे संबंधी रहते हैं।
धोनी का क्रिकेट करियर
महेंद्र सिंह धोनी का क्रिकेट का करियर 1998 – 1999 से शुरू हुई। तब वो बिहार के अंडर-19 क्रिकेट टीम के लिए खेलते थे। फिर उसके बाद 2003 – 2004 में धोनी को इंडिया टीम A की तरफ से खेलने का मौका मिला। फिर उसके बाद भारत की टीम 2006 में पाकिस्तान मैच खेलने के लिए गई थी। और धोनी फ़ैसलबाद में दूसरे टेस्ट मैच में अपना पहला शतक लगाया। और 2007 में धोनी को भारतीय क्रिकेट टीम का कप्तान बनाया गया। फिर 2007 के World 20 – 20 CB Series जीती। फिर 2008 में बॉर्डर गावस्कर ट्राफी जीती। फिर 2010 में ऑस्ट्रेलिया को 2 – 0 से हराया। धोनी 2011 में आईपीएल मैच में चेन्नई सुपर किंग कि तरफ से खेलना शुरू किया, और टीम की हर बार कप्तानी की।
धोनी कि कप्तानी में 20 साल से भी ज्यादा अंतराल के बाद भारतीय टीम टेस्ट सीरीज में विश्व कि नंबर वन टीम बन गई। आईसीसी रैंकिंग में भी इन्होंने टीम को टॉप वन पज़िशन में लाकर खड़ा किया। एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैचों में कई रिकार्ड बनाए। 2005 में पाकिस्तान के खिलाफ धोनी ने 148 रन बनाए जो अब तक का किसी भारतीय विकेट कीपर का हाई स्कोर था। लेकिन श्रीलंका के साथ हुए एक मैच में धोनी ने अपना ही रिकार्ड तोड़ दिया। इस मैच में इन्होंने 183 रन बनाए थे। लिमिट ओवर के मैचों में बेहतर प्रदर्शन और सफलता ने धोनी को भारतीय टीम में जगह में दिलाई।
2005 – 2006 में अंतर्राष्ट्रीय एक दिवसीय मैचों में बराबर सर्वश्रेष्ट प्रदर्शन से आईसीसी एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैचों की रैंकिंग में वे नंबर वन के बल्लेबाज बने। धोनी ने अपनी क्रिकेट कि शुरुआत बिहार अन्डर-19 क्रिकेट टीम से शुरू की। 1998-99 में खेले मैच मे इन्होंने 176 रन बनाए थे। 6 टीमों मे इनका टीम 4th स्थान मिला लेकिन quarter फाइनल में इनकी टीम नहीं पहुँच पाई। लेकिन under-19 ( सी. के. नायडू ट्राफी, एम. ए. चितम्बर ट्राफी और विनोद माकंड ट्रॉफी) में इन्हे मौका मिला। under-19 में इनकी टीम कूच बिहार ट्रॉफी में उपविजेता रहे। बिहार कि टीम में 359 का स्कोर बनाया धोनी ने इस मैच में 84 कि पारी खेली।
इस मैच के विजेता पंजाब रही उसकी टीम ने इस मैच में 839 रन बनाए। उस मैच में पंजाब कि तरफ से खेले युवराज सिंह ने 358 रन बनाए थे। रणजी ट्रॉफी का पहला मैच धोनी ने साल 1999 – 2000 में मात्र 18 साल की उम्र में बिहार कि ओर से खेला। धोनी ने असम क्रिकेट टीम के विरुद्ध खेल रहे थे जिसमे इन्होंने कुल 68 रन बनाकर नाबाद रहे थे। धोनी ने कुल 5 मैच खेले थे जिसमे उनका सिर्फ कुल स्कोर 283 रन थे। साल 2003-2004 के रणजी ट्रॉफी के पहले हुए मैच में धोनी ने असम टीम के खिलाफ शानदार शतक लगाया। जिसमे धोनी ने 128 रन बनाए थे, इसी साल में धोनी को पूर्वी क्षेत्र की टीम में जगह मिली। और इसकी टीम मे देवघर ट्रॉफी भी जीती, इस पूरे मैच में धोनी ने कुल 244 रन बनाए थे।
धोनी क्रिकेट की दुनिया में कैसे आयें?
महेंद्र सिंह धोनी को कभी क्रिकेट में इंटरेस्ट नहीं था, धोनी को फुटबॉल और बैडमिंटन खेलना ज्यादा पसंद था। धोनी अपने फुटबाल टीम के गोलकीपर हुआ करते थे। और फुटबाल के बड़े लेवल तक भी खेले, जब एक बार वहां के एक लोकल क्रिकेट क्लब ने धोनी फुटबॉल में गोलकीपर करते हुए देखा। तो उसे अपनी क्रिकेट टीम में कीपिंग करने का ऑफर दिया। उसके बाद धोनी ने भी इस ऑफ़र को स्वीकार कर लेते हैं। और वहां से शुरू होती है, धोनी की क्रिकेट का सफ़र।
Ms Dhoni movie
आप लोगो को तो पता ही होगा की Ms Dhoni की Movie, M.S. Dhoni – The Untold Story एक सच्ची कहानी के आधार पे बनाई गई है। इस फिल्म में धोनी का किरदार सुशांत सिंह राजपूत ने निभाया था, जो आज हमारे बीच नहीं रहे। लेकिन आज भी हमारे बीच कहीं न कहीं वो जिन्दा है और महसूस कराता है, सुशांत सिंह राजपूत दुनिया छोड़ के जरुर चले गए लेकिन दुनिया की सच्चाई सबको बता के गई। गर लोग आज भी इनसे कुछ नहीं सीखते हैं तो लानत है ऐसे लोगो पर जो वैसे लोगो को सपोर्ट करते हैं। जिसने न जाने ऐसे कई लोगो को मजबूर किया, उसे आगे बढ़ने से रोकने की कोशिश की।
यहाँ संयोग की बात ये है की धोनी और सुशांत सिंह राजपूत दोनों ही एक मध्यम राजपूत परिवार से ताल्लुक रखते हैं। Movie M.S. Dhoni – The Untold Story 30 September 2016 को सिनेमाघरों में रिलीज़ हुआ। जिसके राइटर Neeraj Pandey और Dilip Jha है, और डायरेक्टर भी Neeraj Pandey ही हैं। और इसे Produce किया, Arun Pandey और Fox Star Studios ने Fox Star Studios का Owner, Star India है जिसकी स्थापना 2008 में मुंबई में की गई। धोनी का किरदार सुशांत सिंह राजपूत को मिला इस रोल लिए सुशांत सिंह राजपूत ने बहुत मेहनत की बाकायदा धोनी के साथ ही ज्यादा समय एक्सपेंड करते थे।
क्योंकि उनको अच्छे से उनका किरदार निभाना था, तो उसके लिए सबसे पहले character को ओब्सेर्व करना जरुरी था। जिसके लिए सुशांत सिंह राजपूत धोनी के साथ रहते थे, और जीवन से जुड़ी हर सवाल करते थे, जिससे उसे अभिनय करने में आसानी हो, इस फिल्म को तमिल तेलगु और मराठी में भी रिलीज़ किया गया था।
महेंद्र सिंह धोनी का जन्म कब और कहां हुआ?
7 जुलाई 1981 को एक राजपूत परिवार में रांची जिले में हुआ।
महेंद्र सिंह धोनी पहले क्या करते थे?
महेंद्र सिंह धोनी पहले आम बच्चो की तरह पढ़ते थे और फुटबॉल खेलना ज्यादा पसंद करते थे।
धोनी कौन से जाति (Caste) के हैं?
महेंद्र सिंह धोनी एक मध्यम राजपूत परिवार से ताल्लुक रखते हैं।
महेंद्र सिंह धोनी की पत्नी कौन हैं?
साक्षी धोनी (Sakshi Dhoni)
महेंद्र सिंह धोनी के पिताजी का नाम क्या है?
पानसिंह धोनी
महेंद्र सिंह धोनी का पैतृक घर कहाँ है?
उतराखंड कुमाऊं के लावली गाँव में
भारत के सबसे अमीर क्रिकेटर कौन है?
पहला सचिन का नेटवर्थ करीब 150 मिलियन से अधिक है। वहीं दूसरे नंबर पर हैं पूर्व कप्तान एमएस धोनी, उनकी नेटवर्थ 115 मिलियन है।
MS धोनी के पास कितनी संपत्ति है?
रिपोर्ट्स के मुताबिक धोनी की कुल मासिक कमाई तकरीबन 4 करोड़ रुपए है। वहीं उनकी नेटवर्थ 1060-70 करोड़ रुपए होने का अनुमान है।
I live in Jharia area of Dhanbad, I have studied till Intermediate only after that due to bad financial condition of home I started working, and today I work and write post together in free time............