सुनील अरोरा – मुख्य चुनाव आयुक्त अशोक लवासा – चुनाव आयुक्त सुशील चंद्र – चुनाव आयुक्त
इस चुनाव में दिव्यांगों और वरिष्ट नागरिकों के लिए पोस्टल बैलेट की सुविधा डि गई थी।
2019 विधानसभा चुनाव का परिणाम
पार्टी
प्राप्त सीटें
झामुमो
30 सीटें
भाजपा
25 सीटें
कांग्रेस
16 सीटें
झाविमो
03 सीटें ( पोङैया, धनवार, मांडर )
निर्दलीय
02 सीटें ( पूर्वी जमशेदपुर, बरकट्टा )
आजसू
02 ( गोमिया, सिल्लीराजद )
सीपीआई ( माले )
01 बगोदर
एनसीपी
01 ( हुसैनाबाद )
राजद
01 ( चतरा )
2019 विधानसभा चुनाव की महत्वपूर्ण तथ्य
राँची विधानसभा सीट से भाजपा के सीपी सिंह लगातार 6 बार विजय दर्ज की।
सबसे कम उम्र के विधायक – अंबा प्रसाद ( कांग्रेस ), बड़कागाँव विधानसभा से जीता। इस सीट पर 2009 में अंबा प्रसाद के पिता योगेंद्र साहू तथा 2014 मे इनकी माता निर्मला देवी कांग्रेस पार्टी से चुनाव जीती थी।
सबसे अधिक उम्र के विधायक – डॉ. रामेश्वर उरांव ( कांग्रेस ), लोहरदगा विधानसभा सीट से जीता।
सर्वाधिक मतों से विजयी प्रत्याशी का नाम – आलमगीर आलम ( कांग्रेस ), पाकुड़ विधानसभा से 65,108 मतों से चुनाव जीता।
सबसे कम वोटों से विजयी प्रत्याशी का नाम – भूषण बारा ( कांग्रेस ), सिमडेगा विधानसभा से 285 वोटों से जीता।
पूर्वी जमशेदपुर विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी सरयू राय ( चुनाव चिन्ह – गैस सिलन्डर ) ने तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दस को पराजित किया।
2019 के विधानसभा चुनाव मे कुल प्रत्याशियों की संख्या – 1216
2019 के विधानसभा चुनाव में 22 विधायक पहली बार चुनकर आए थे।
2019 के विधानसभा चुनाव मे 10 महिलायें विधायक चुनी गई। जो झारखंड के अभी तक के चुनावों में सर्वाधिक है।
सर्वाधिक उम्मीदवार
ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र ( 31 प्रत्याशी )
न्यूनतम उम्मीदवार
सरायकेला विधानसभा क्षेत्र
2005
05 महिलायें
2009
08 महिलायें
2014
09 महिलायें
2019
10 महिलायें
2024
10 महिला विधायकों मे से 06 महिलायें पहली बार विधानसभा मे चुनकर आई।
हेमंत सोरेन सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 29 दिसंबर, 2019 को रांची के मोहराबादी मैदान में आयोजित हुआ था।
हेमंत सोरेन ( झामुमो ) राज्य के 11वें मुख्यमंत्री के रूप मे शपथ लिया।
5वीं विधानसभा का प्रथम सत्र
सत्र की अवधि
6 जनवरी, 2019 से 8 जनवरी, 2019
प्रोटेम स्पीकर
प्रो. स्टीफन मरांडी
विधायकों का शपथ ग्रहण
6 जनवरी
शपथ लेने वाले कुल विधायकों की संख्या
78 विधायक
हेमंत सोरेन बरहेट और दुमका 2 सीटों से चुने गए, उन्होंने बरहेट सीट से विधानसभा सदस्य के रूप में सबसे पहले शपथ ग्रहण किया था।
बरहेट विधानसभा के विधायक के रूप मे शपथ करने के बाद हेमंत सोरेन ने दुमका विधानसभा सीट से इस्तीफा सौंपा।
प्रो. स्टीफन मरांडी प्रोटेम स्पीकर है अत: उन्होंने विधायकों के शपथ ग्रहण के दौरान विधायक के रूप में शपथ ग्रहण नहीं किया।
बहरगोड़ा के विधायक समीर मोहंती पर वारंट निर्गत होने के कारण उन्होंने विधायकों के शपथ ग्रहण के दौरान शपथ ग्रहण नहीं किया।
भाजपा के अनंत ओझा ने संस्कृत में शपथ लिया।
झारखंड की 5वीं विधानसभा के अध्यक्ष पद के लिए एकमात्र प्रत्याशी के रूप में नाला से झमूनों के विधायक रवीन्द्रनाथ महतो ने नामांकन पत्र दकजिल किया था। 7 जनवरी को इन्हे सर्वसम्मति से झारखंड विधानसभा का अध्यक्ष चुने गए। रवीन्द्रनाथ महतो झामुमो पार्टी से तीसरी बार नाला के विधायक चुने गए थे।
विधायक का नाम
विधानसभा क्षेत्र
पार्टी
1.
अंबा प्रसाद
बड़कागाँव
कांग्रेस
2.
पुष्प देवी
छतरपुर
भाजपा
3.
सविता देवी
ईचागढ़
झामुमो
4.
सीता मुर्मू
जामा
झामुमो
5.
पूर्णिमा नीरज सिंह
झरिया
कांग्रेस
6.
जोबा माँझी
मनोहरपुर
झामुमो
7.
अपर्णा सेन गुप्ता
निरसा
भाजपा
8.
ममता देवी
रामगढ़
कांग्रेस
9.
नीरा यादव
कोडरमा
भाजपा
10.
दीपिका पांडे
महागामा
कांग्रेस
नवंबर, 2020 में झारखंड मे रिक्त विधानसभा सीटों ( दुमका और बेरमों ) ओर उपचुनाव फिर से हुआ।
2019 के विधानसभा चुनाव में झामुमो के हेमंत सोरेन दुमका तथा बरहेट 2 सीटों से जीते थे। जिसके बाद उन्होंने दुमका सीट से इस्तीफा दे दिया। दुमका विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में झामुमो के बसंत सोरेन ने भाजपा की लुईस मरांडी को हराया था।
2019 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के राजेन्द्र प्रसाद सिंह बेरमों सीट से जीते। मई, 2020 में उनके निधन के बाद यह सीट खाली हो गया। बेरमों विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस के कुमार जयमंगल सिंह ने भाजपा के योगेश्वर महतो को हराया।
बाबूलाल मरांडी ( धनवार ) ने 2019 के विधानसभा चुनाव में झामुमो से चुनाव में खड़ा हुए थे। लेकिन बाद में वें भाजपा में चले गए।
प्रदीप यादव ( पोङैयाहाट ) ने 2019 के विधानसभा चुनाव में झामुमो से चुनाव लड़ा था लेकिन बाद में वें कांग्रेस में चले गए।
बंधु तिर्की ( मांडर ) ने 2019 के विधानसभा चुनाव में झामुमो से चुनाव लड़ा था लेकिन बाद में वें भी कांग्रेस में चले गए।
बेरमों के तत्कालीन विधायक राजेन्द्र प्रसाद सिंह के निधन के बाद उनके पुत्र कुमार जयमंगल ने उपचुनाव खड़े हुए और जीते भी।
हेमंत सोरेन 2019 की विधानसभा चुनाव में दुमका और बरहेट से जीत था। दुमका से उन्होंने अपनी दावेदारी छोड़ दी, जिस सीट पर संपन्न उपचुनाव में बसंत सोरेन ( झामुमो ) ने जीत दर्ज की थी।
2019 के विधानसभा चुनाव में मधुपुर से निर्वाचित विधायक हाजी हुसैन अंसारी का निधन हो गया था। इस सिर पर हुए उपचुनाव ( 2 मई, 2021 ) को परिणाम की घोषणा ) में हाजी हुसैन अंसारी के पुत्र हाफ़िजूल हसान ( झामुमो ) से चुनाव जीता। इस निर्वाचन से पूर्व हि हाफ़िजूल हसान को सरकार में मंत्री बनाया गया था।