प्यार ने ना जाने कितने ही लोगों की जाने ली? प्रेमी सौरव ठाकुर
आज अगर कोई प्यार करता है तो वह प्यार कब तक उसको ज़िन्दा रखेंगी ये किसी को पता नहीं होता है। शहर के मुकाबले गांव में रहने वाले लोगों में ऐसी मानसिकता फैल गई है कि ग़र कोई हमारे गांव की लड़की से कोई भी प्यार करता है दोनों अपनी मर्जी से शादी करना चाहता है तो उसे मार देना है। कुछ ही गिने चुने ऐसे केस सामने आते हैं जिसमें दोनों घर वाले दोनों के रिश्ते से राजी होते हैं।
नहीं तो ऐसे अधिकांश मामले में लड़के की जान जाती है या लड़की की जान जाती है और कभी कभी तो ऐसे मामले भी आते हैं दोनों को ही ठिकाने लगा देते हैं पुलिस को भी पता नहीं लगने देते हैं।
लेकिन एक ना एक दिन ये मामला प्रकाश में आता ही है सच्चाई सब के सामने उजागर होती ही है।
आज करीब हर उम्र के लोग किसी ना किसी से प्यार कर बैठते है, चाहे वह शादी शुदा पुरुष हो या महिलायें हो। और तो और अब मोहब्बत हर कोई करना चाहता है ये एक तरह का शहरो में Compulsory तो बन ही गया है। अब ये हर गांव कस्बे में बड़े आराम से देखने को मिल जाता है। और जब से हमारे देश में फिल्में बनने शुरू हुए तब से तो प्यार और भी परवाना चढ़ने लगा है। फिल्म Writer प्यार की एक छोटी सी स्टोरी लिख उसको खिंच तान के सब के सामने ऐसे प्रस्तुत करते हैं मानो रियल लाइफ पर हो लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है।
दरअसल लोग फ़िल्में देखकर ही ऐसी उल्टे सीधे हरकते करते हैं और फिल्में देखकर अपने आप को रियल लाइफ में भी हीरो समझ बैठता है।
writer तो मसाला लगाकर सब के सामने परोस देता है कुछ Writer का काम ही यही होता है, उसे मैं writer नहीं कहता। वो तो स्टोरी लिख के लाखो करोडों रुपये कमाते रहते हैं लेकिन जो उसके राह पर चलते हैं वो तो अपनी जान से जाते हैं जो कि हकीकत है। और आज भी कहीं ना कहीं मौत का जिम्मेदार फिल्म इंडस्ट्री तो है ही साथ में सबसे बड़ा हाथ है बलात्कारी को बढावा देना, ना जाने ये चीज सरकार को क्यों नहीं दिखती है। उसके बाद चोरी डकैती, छिनतई, दंगा, मर्डर कैसे करना है, चोरी करने के अजीबो-गरीब तरीकों के बारे में दिखाना, ऐसे बहुत से चीजे है जो लोग फ़िल्में देखकर ही सीखते हैं।

प्रेमी सौरव ठाकुर की हत्या? 30 July 2021 की घटना

बेरहम दुनिया के कुछ बेरहम लोग, इंसानियत को को खत्म करते कुछ लोग, मुजफ्फरपुर जिला कांटी इलाके के सोनबरसा का ये पूरा मामला है, एक सौरव ठाकुर नाम का लड़का जिसकी उम्र मात्र 22 साल थी, जो गांव से काम करने के लिए उड़ीसा गया था। उड़ीसा में वह प्राइवेट कंपनी में काम करता था। जब उसकी बहन की शादी हो रही थी तो सौरव ठाकुर छुट्टी लेकर अपनी बहन की शादी मे शामिल होने के लिए अपने घर आया हुआ था। सौरव ठाकुर को बगल के एक गांव की लड़की से प्यार था, जब ये बात लड़की के घर वालों को पता चला तो स्वाभाविक सा है जब उसे घर बुलाया तो उस लड़के को समझाना चाहिए।
लेकिन आज की दुनिया के कुछ लोग सोचते हैं हम ही फरिश्ता हैं, जो हम करेंगे वही सही होगा।
जब सौरव ठाकुर अपनी प्रेमिका से मिलने उसके गांव गया और जब दोनों मिले तो गांव वालों ने पकड़ लिया और जब लड़की के घर वालों को पता चला तो सौरव ठाकुर को बुरी तरह पीटा ज़ख्मी किया जब तक सौरव ठाकुर अधमरा नहीं हो गया उसे पीटता रहा। उसके बाद सौरव ठाकुर का हालत ज्यादा बिगड़ने पर या कहें उसकी पिटाई से मौत हो चुकी थी उसे उसी हालत में नजदीक के अस्पताल में भर्ती करा दिया और उसके बाद पूरा परिवार गांव छोड़कर फरार हो गया। उसके बाद अस्पताल में कुछ समय के पश्चात सौरव ठाकुर की मौत हो जाती है।
सौरव ठाकुर के घर वाले गुस्से में सौरव ठाकुर के शव को अपराधी यानी प्रेमिका के घर के बाहर ही अंतिम संस्कार कर देते हैं जला देते हैं। उसके कुछ दिन बाद सौरव ठाकुर के अपराधी जो फ़रार हो गए थे उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

इसी मामले ये बात की भी पुष्टि हुई है कि सौरव ठाकुर के प्राइवेट अंग भी काट दिया गया था। कैसे कैसे लोग है इस दुनिया में जिसकी कल्पना करना भी मुश्किल है। हर दिन कहीं ना कहीं कोई ऐसी घटनाओं का शिकार होते रहते हैं गलत धारणाओं और अफवाहों के कारण ये सब चलता रहता है। इसे रोक पाना फ़िलहाल संभव नहीं है क्योंकि कब, कहां, कैसे कौन मुसीबत में पड़ने वाला है किसकी जान जानेवाली है ये किसी को पता नहीं होती है। बस लोगों से मैं यही कहना चाहता हूँ कि हर पल आप Alert ⚠ रहे चौकन्ना रहे, चाहे आप घर पर ही क्यों ना रहे खाना ही क्यों ना खा रहे हों!
क्यों कि मौत बेल बजा के नहीं आती है। एक secend late किसी की ज़िन्दगी को बचा सकती है और एक secend में आदमी हमेशा के लिए late हो जाता है।
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