शम्मी कपूर का जीवन परिचय : Shammi Kapoor biography
कोई उसे जंगली कहे एक ऐसा अभिनेता जो फिल्मों में अक्सर उछलते कूदते हुए नजर आते हैं जो मुझे जंगली कहे के गाने से बहुत ज्यादा प्रसिद्धि मिली। शमशेर राज कपूर उर्फ शम्मी कपूर जो अपने फिल्मों में स्टाइलिश अभिनेता के रूप में भी जाने जाते हैं। उस जमाने में अभिनेता शम्मी कपूर बेहतरीन डांसर के रूप में बनकर उभरे उस वक्त इनसे बेहतर कोई भी डांस में करते थे। शम्मी कपूर ही एक ऐसे अभिनेता थे उस वक्त जो ऐसे लोगों में गिने जाते थे जो इंटरनेट का इस्तेमाल उस समय करते थे।
शम्मी कपूर का जन्म और परिवार
शम्मी कपूर का जन्म 21 अक्टूबर 1931 को हुआ पिता का नाम पृथ्वीराज कपूर माता का नाम रामसरनी कपूर था, शम्मी कपूर चार भाई थे। शम्मी कपूर जी का बचपन का नाम शमशेर राज कपूर था, शम्मी कपूर के भाई शशि कपूर और राज कपूर बहुत बड़े अभिनेता रह चुके हैं बहुत सी फिल्मों में उन्होंने काम किया जो सुपर डुपर हिट रही है।
शम्मी कपूर के पिताजी पृथ्वीराज कपूर भी एक बहुत बड़े अभिनेता रह चुके हैं। घर में इनके फिल्मी माहौल पहले से ही था, शम्मी कपूर ने फिल्म जीवन ज्योति से फिल्मी करियर शुरू किया यह इनकी पहली फिल्म थी। शम्मी कपूर बिंदास रहते थे बहुत ही हंसमुख किस्म के अभिनेता थे सभी से बड़ी आसानी से घुलमिल जाते थे बहुत ही कम समय में। शम्मी कपूर के पिता और माता जी इस बात से बहुत आहत थे कि राज कपूर के जन्म के बाद हुए उनके दो बच्चे हुए एक बेटा और एक बेटी 1 हफ्ते के अंदर उनकी मृत्यु हो गई।
जिनका नाम देवी और बिंदी थाऔर उस समय शम्मी कपूर गर्भ में थे, एक सनी कपूर ही थे पूरे घर में जो हॉस्पिटल में पैदा हुए थे बाकी के भाव उनके घर में ही पैदा हुए।
शम्मी कपूर को अपने भाई राज कपूर की जह से स्कूल छोड़ना पड़ा था, दरअसल घटना यह थी कि पृथ्वी थिएटर में शम्मी कपूर को शकुंतला नाटक में भरत का रोल मिला था। और इस और इस नाटक में राज कपूर का भी एक अहम रोल था। और रिहर्सल करने के लिए राज कपूर को स्कूल से छुट्टी नहीं मिल रही थी, तो राज कपूर रिहर्सल करने के लिए अपने प्रिंसिपल से लड़कर स्कूल छोड़कर आ गए थे। उसी स्कूल में शम्मी कपूर भी पढ़ते थे, ऐसे में राज कपूर की वजह से शम्मी कपूर को भी स्कूल छोड़ना पड़ गया था।
शम्मी कपूर को अपने भाई राज कपूर की जह से स्कूल छोड़ना पड़ा था, दरअसल घटना यह थी कि पृथ्वी थिएटर में शम्मी कपूर को शकुंतला नाटक में भरत का रोल मिला था। और इस और इस नाटक में राज कपूर का भी एक अहम रोल था। और रिहर्सल करने के लिए राज कपूर को स्कूल से छुट्टी नहीं मिल रही थी, तो राज कपूर रिहर्सल करने के लिए अपने प्रिंसिपल से लड़कर स्कूल छोड़कर आ गए थे। उसी स्कूल में शम्मी कपूर भी पढ़ते थे, ऐसे में राज कपूर की वजह से शम्मी कपूर को भी स्कूल छोड़ना पड़ गया था।
शम्मी कपूर एक चाइल्ड आर्टिस्ट और वह फिल्मों में चाइल्ड आर्टिस्ट काम भी कर चुके थे, और उस वक्त समय कपूर को महीने के मात्र ₹150 मिलते थे। शम्मी कपूर के समय कई लड़कियां फ्रेंड हुआ करती थी, और इस बारे में उनके घर वाले भी बहुत अच्छे से जानते थे। और एक ऐसा समय था जब सनी कपूर एक विदेशी की एक बैली डांसर को डेट किया करते थे। कुछ वक्त के फायदे इन दोनों के बीच ब्रेकअप हो गया, अभिनेत्री नूतन उसकी चाइल्डहुड गर्लफ्रेंड थी फिल्म लैला मजनू जो साल 1953 में आई थी उसमें इन दोनों ने एक साथ काम किया था।
शम्मी कपूर 6 साल के थे और नूतन 3 साल के थे तब से यह दोनों दोस्त थे, शम्मी कपूर को हिंदी के मुकाबले पहाड़ी गाना ज्यादा पसंद आते थे। शम्मी कपूर जब भी खाली रहते थे तो वह पहाड़ी गाना गुनगुनाते रहते थे। साल 1955 में शम्मी कपूर ने गीताबाली से शादी कर ली, गीता बाली भी एक अभिनेत्री है इन दोनों की मुलाकात फिल्म कॉफी हाउस के सेट पर हुई थी। और उस वक्त से सभी कपूर अभिनेत्री गीता बाली के पीछे पड़ गए थे और उससे हमेशा पूछते रहते थे कि आप मुझसे शादी करेंगे।
और हर बार अभिनेत्री गीता वाले ना करती थी, और जब एक बार शम्मी कपूर ने गितावाली से पूछा कि तुम मुझसे शादी करोगे तो इस बार अभिनेत्री गीता वाले ने हां कह दिया। उसके बाद अभिनेत्री गीता वाले ने समय कपूर से कहा कि चलो शादी करते हैं और दोनों ने मंदिर में जाकर शादी कर ली। मजेदार की बात यह है कि उस वक्त गीतावली की मांग भरने के लिए उनके पास सिन्दूर नहीं था। सिंदूर ना मिलने पर गीतावली ने अपने बैग से लिपस्टिक निकालकर शम्मी कपूर को दिया उसके बाद इन दोनों ने शादी की।