राजू श्रीवास्तव (Raju Srivastava) का जीवन परिचय
Raju Srivastava real name | सत्य प्रकाश श्रीवास्तव |
Raju Srivastava birth date | 25 दिसंबर 1963 |
Raju Srivastava birth place | कानपुर |
Raju Srivastava age | 59 साल (2022) |
Raju Srivastava nick name | गजोधर |
Raju Srivastava Education | |
Raju Srivastava Occupation | कॉमेडियन, अभिनेता, नेता |
Raju Srivastava Mother name | सरस्वती श्रीवास्तव |
Raju Srivastava Father name | रमेश चंद्र श्रीवास्तव |
Raju Srivastava Fatgher Occupation | कवि |
Raju Srivastava Brother name | काजू श्रीवास्तव, चंद्रप्रकाश, दीपू श्रीवास्तव |
Raju Srivastava sister name | |
Raju Srivastava wife name | श्रीमती शिखा श्रीवास्तव |
Raju Srivastava daughter name | अंतरा श्रीवास्तव |
Raju Srivastava sons name | आयुष्मान श्रीवास्तव |
Raju Srivastava net worth |
राजू श्रीवास्तव जी को आज कौन नहीं जानता जिन्होंने कामेडी कि दुनिया ही बदल कर रख दी, कॉमेडी कि दुनिया में आने से पहले बचपन के दिनों में अक्सर अपने दोस्तों के ग्रुप में दोस्तों के हँसाते रहते थे। और धीरे धीरे ये हुनर इनका बढ़ता ही गया और स्कूल में शिक्षकों का नकल भी उतारा करता था।
राजु श्रीवास्तव की मौत, निधन – Raju Srivastav death
अब राजु श्रीवास्तव जी अब हमारे बीच नहीं रहे इलाज के दरमियान हुई मौत, 10 अगस्त 2022 को दिल्ली के एम्स में भर्ती किया गया था। लगभग 40 दिन बाद उनकी मौत हो गई। उनको हार्ट अटैक आया था, बहुत दिनों तक इन्होंने जिंदगी से जंग लगा और आखिरकार हार गए एक ऐसे कलाकार थे जो लोगों को हंसाने का काम तो करते थे और बहुत ही मिलनसार किस्म के थे। करीब महीने के बाद इलाज के दौरान 21 सितंबर दिन बुधवार साल 2022 को निधन हो गया। आज एक ऐसा कलाकार हमारे बीच नहीं रहे जो कभी लोगों को हंसाने का काम करते थे आज पूरे देश को रुला कर चले गए।

राजू श्रीवास्तव का जन्म व परिवार (Raju Srivastav Birth date, Family)
राजू श्रीवास्तव असली नाम सत्य प्रकाश श्रीवास्तव है, जो आगे चलकर कॉमेडी की दुनिया में घुसने के बाद इनका नाम राजू श्रीवास्तव रख लिया। राजू श्रीवास्तव का जन्म 25 दिसंबर 1963 को कानपुर के एक छोटे से गांव में हुआ। राजू श्रीवास्तव के पिताजी का नाम रमेश चंद्र श्रीवास्तव है और माताजी का नाम सरस्वती श्रीवास्तव है। राजू श्रीवास्तव 4 भाई है भाई का नाम काजू श्रीवास्तव, चंद्रप्रकाश, और दीपू श्रीवास्तव है, काजू श्रीवास्तव राजू श्रीवास्तव कि ही तरह एक कॉमेडियन है। इनके पिता रमेश चंद्र श्रीवास्तव उस जमाने के बहुत बड़े कवि हुआ करते थे, वहां के स्थानीय कवि सम्मेलन में राजू श्रीवास्तव के पिता रमेश चंद्र श्रीवास्तव हर कवि सम्मेलन में सम्मिलित होते थे।
राजू श्रीवास्तव के पिताजी रमेश चंद्र श्रीवास्तव बलई काका के नाम से बहुत प्रसिद्ध थे, राजू श्रीवास्तव बचपन से ही बड़े हंसमुख टाइप के थे, राजू श्रीवास्तव अपने ग्रुप के दोस्तों को अक्सर अपने बातों से हंसाते रहते थे। राजू श्रीवास्तव अपने स्कूल में अपने शिक्षक का नकल भी किया करते थे।स्कूल में क्रिकेट मैच होता था तब राजु श्रीवास्तव को कॉमेंएंट्री करने के लिए स्पेशल बुलाए जाते थे, धीरे-धीरे राजू श्रीवास्तव अपने कॉमेडी के क्षेत्र में और माहिर होते गए और जब भी कानपुर में छोटे-मोटे पार्टी वगैरा होती थी तो राजू श्रीवास्तव को उसमें बुलाया जाता था लोगों को मनोरंजन के लिए और लोग मनोरंजन होते भी थे।
राजू श्रीवास्तव का जीवन सफर
जब जब पार्टी वगैरा में राजू श्रीवास्तव लोगों को मनोरंजन करने के लिए जाते थे तो राजू श्रीवास्तव को घर जाने में बहुत देर रात हो जाती थी। जिसकी वजह से घर जाने के बाद राजू श्रीवास्तव को अपनी मां से डांट सुननी पड़ती थी। चूंकि राजू श्रीवास्तव के पिताजी रमेश चंद्र श्रीवास्तव एक कवि थे तो उन्हे अनुभव था कि उनके बेटे राजू श्रीवास्तव की हुनर क्या है उससे वाकिफ हो गए थे। राजू श्रीवास्तव के पिता राजू को ज्यादा कुछ नहीं बोलते थे, लेकिन राजू श्रीवास्तव की मां इस बात से हमेशा नाखुश रहते थे।
राजू श्रीवास्तव कि माँ हमेशा राजू से बस यही कहते थे कि पढ़ाई लिखाई करो काम धंधा करो बनना ही है तो आईएएस आईपीएस ऑफिसर बनो, यह सब में क्या रखा है। राजू श्रीवास्तव की जिंदगी तब बदल गई जब उन्होंने फिल्म शोले देखी, राजू श्रीवास्तव ने शोले फिल्म में अमिताभ बच्चन की जय के रोल में जब अभिनय देखी तो उससे बहुत प्रभावित हुए इतना की उसकी मिमिक्री करने लगे। उसके बाद राजू श्रीवास्तव ने खुद से कुछ स्क्रिप्ट लिखना शुरू किया, जो शोले फिल्म पर आधारित थी जिसमें राजू श्रीवास्तव ने कुछ शोले फिल्म के dialogue को अपने कॉमेडी अंदाज में इस तरह लिखा कि लोग सुनने के बाद खूब लोटपोट हुए।
जब राजू श्रीवास्तव एक फंक्शन में गए लोगो का खूब मनोरंजन किया, तो एक आदमी ने इसके अभिनय से बहुत खुश हुए इतना कि राजी श्रीवास्तव को 50 रुपए दे दिया। राजू श्रीवास्तव को समझ में नहीं आ रहा था कि ये 50 रुपए उन्हे दिए गए हैं या फिर सिर्फ रखने के लिए दिए हैं। जब राजू श्रीवास्तव ने जब आदमी से पूछा जिन्होंने उन्हें ₹50 क्यों दिए थे तो इस पर उस आदमी ने कहा कि भाई ₹50 मैने तुमको दिए हैं यह तुम्हारा मेहताना है तुमने जो इतनी मेहनत कि है लोगों को हंसाया मनोरंजन किया है। उसके बाद से राजू श्रीवास्तव ने सोचा बस इतना करने से मुझे इतने रुपए मिल गए।
तो इस राजू श्रीवास्तव ने सोच विचार किया कि अगर मैंने इसको और अच्छे ढंग से किया प्रोफेशन के तौर पर करू तो मैं और भी बेहतर कर सकता हूँ। तो आगे चलकर मैं और भी अच्छा कर सकता हूं उस वक्त तक कानपुर में राजू श्रीवास्तव का खूब नाम हो चुका था। उसके बाद राजू श्रीवास्तव ने सोचा कि अगर मैं ऐसे ही जगह जगह स्टेज शो करता रहूंगा। तो मेरा नाम भी बड़े तहजीब के साथ लिया जाएगा आदर करेंगे प्यार देंगे, साथ में मेरा नाम कानपुर के अलावा बाकी शहरों में भी हो जाएगा और एक पहचान भी मिल जाएगी। लेकिन इसके बाद कहां जाऊंगा, उसके बाद राजू श्रीवास्तव ने सोचा मुंबई जाने कि सोची।
उसके बाद राजू श्रीवास्तव साल 1982 में मुंबई में अपना पहला कदम रखा है, मुंबई आते ही राजू श्रीवास्तव में वहां के लोकल ऑर्केस्ट्रा से जुड़ने का प्रयास किया, तो राजू श्रीवास्तव को जूनियर अमिताभ बच्चन के नाम से भी लोग इंट्रोड्यूस कराया जाता था।

80 के दशक में राजू श्रीवास्तव कुछ फिल्मों में नजर आए वह भी छोटे-मोटे रोल में इसमें वह बहुत ही कम दिखे। फिल्म तेजाब और मैंने प्यार किया में छोटे-मोटे रोल किया था, फिल्मों में नए बस छोटे-मोटे रोल मिलता था और कुछ हल्के फुल्के शो ही मिल रहे थे। राजू श्रीवास्तव छोटे-मोटे रोल, स्टेज प्रोग्राम और टीवी शो में काम करके अपने हुनर को और अच्छी तरह से उभार लिया था। जब-जब टीवी पर द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज शो आया तू राजू श्रीवास्तव ने उस शो में भाग लिया और कॉमेडी की दुनिया ही बदल डाली भले इस शो के विजेता तो नहीं थे लेकिन उन्होंने दूसरा स्थान जरूर प्राप्त किया था।
मुंबई आने के बाद राजू श्रीवास्तव ने 90 के दशक में कुछ गिने चुने फिल्मों में भी काम किया था जिसका नाम तेजाब और बाजीगर था। उसके बाद थे ग्रेट इंडियन लैफ्टर चैनल के उपविजेता बनने के बाद भी लोग उन्हे ही ज्यादा पसंद करते थे, उसके बाद राजू श्रीवास्तव ने अन्य और कई फिल्मों में काम किया
- बाजीगर
- तेजाब
- आमदनी अठन्नी खर्चा रूपया
- वाह तेरा क्या कहना
- मै प्रेम की दीवानी हूँ
- बिग ब्रदर
- बॉम्बे टू गोवा
10 अगस्त 2022 को जिम में वर्क आउट के दौरान राजू श्रीवास्तव बेहोस हो गए थे उसके बद से ही राजू श्रीवास्तव दिल्ली के एम्स में भर्ती है। जब डॉक्टरों ने राजू श्रीवास्तव को चेक किया तो पता चला कि उन्हे हार्ट अटैक आया है, और अभी तक राजू श्रीवास्तव उसी अस्पताल में भर्ती है।
उस दरमियान उसके छोटे भाई काजू श्रीवास्तव कि भी तबीयत खराब हो गई, काजू श्रीवास्तव को भी दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया है दोनों भाई एक ही अस्पताल में भर्ती है, काजू श्रीवास्तव का दिल्ली के एम्स में आपरेशन होने वाला था काजू श्रीवास्तव को कान में दिक्कत है कान में गांठ पड़ गई थी जिसकी वजह से वो कई बार बेहोस हो चुके थे रिपोर्ट के मुताबिक काजू श्रीवास्तव के ब्रेन में पानी चला गया था। काजू श्रीवास्तव भी एक कॉमेडियन रह चुके है उसका परिवार उत्तरप्रदेश के किदवई नगर ब्लॉक रहता है।