नोरा फतेही का जीवन परिचय : Nora Fatehi biography in hindi
एक वक्त था जब नूरा फतेही (Nora Fatehi) के डांस पर लोग हंसते थे। और शुरुआती दिनों में कई मॉडल एजेंसी ने बेइज्जत करके निकाल दिया। नूरा फतेही ने बगैर किसी ट्रेनिंग के बगैर किसी प्रोफेशनल ट्रेनिंग की बहुत संघर्ष के बाद सफलता प्राप्त की। नूरा फतेही के माता-पिता नहीं चाहते थे कि वह फिल्म इंडस्ट्री में जाए। नूरा फतेही अरेबिक मोरक्कन फैमिली से तालुक रखती है। जबकि उनकी मां मूल रूप से भारत से ताल्लुक रखती है। नूरा फतेही को बचपन से ही बॉलीवुड हिंदी फिल्में देखना पसंद था। और तभी से एक्ट्रेस बनने का ख्वाब देख लिया।
नूरा फतेही का जन्म
6 फरवरी 1992
जन्मस्थान
कनाडा के टोरंटो शहर
उम्र
32 साल (2024)
राष्ट्रीयता
कनाडियन
माता
नूरा फतेही का जन्म परिवार और शिक्षा ( birth, family & education)
नूरा फतेही का जन्म 6 फरवरी 1992 को कनाडा के टोरंटो शहर में हुआ। टोरंटो के वेस्टव्यू सेंटेनियल सेकेंडरी स्कूल से स्कूली शिक्षा प्राप्त की। एक्ट्रेस बनने के लिए डांस और एक्टिंग दोनों का होना जरूरी है थोड़ी बहुत तो आनी ही चाहिए। नोरा फतेही जब भी अपने माता-पिता से एक्ट्रेस बनने के बारे में पूछते तो बहुत चिल्लाते हैं और सीधे इनकार कर देते। और कहते कि हमारे परिवार में ऐसा कोई नहीं करते हैं। और तब से नूरा फतेही अपने माता-पिता से एक्ट्रेस बनने के बारे में बोलना ही छोड़ दिया। अब एक्ट्रेस बनने के बारे में माता पिता के सामने जिक्र करना ही छोड़ दिया।
नोरा फतेही जब घर में अकेले होती थी तो वह कमरे में बंद करके टीवी में देख देख कर डांस सिखा करती थी। ताकि उसे कोई देख ना ले डांस करते हुए। नोरा फतेही (Nora Fatehi) जो डांस में बिल्कुल भी अच्छी नहीं थी और इस स्कूल में लोग उनका उनके डांस पर मजाक उड़ाया करती थी। वही नूरा फतेही को हाई स्कूल में पहुंचने के बाद उनको डांस में अवार्ड मिलने लगे। और आज वही नोरा फतेही बॉलीवुड की जानी-मानी सेलिब्रिटी बन चुकी है। और यह सब संभव हो पाया है तो वह है नूरा फतेही का पैसा और जज्बा और लगन जिन्होंने नहीं छोड़ी और लगातार अपने पैशन को इंप्रूव करती रही और आगे बढ़ते गई।
आज जो फतेही फिल्मों में डांस करती है वह डांस उन्होंने एक बंद कमरे में सीखी है उन्हें सिखाने वाला कोई नहीं था क्योंकि उनके घर वालों ने उनके डांस करने और एक्ट्रेस बनने पर पाबंदी लगा दी थी।
नोरा फतेही ने डांस तो सीख लिया था अब उन्हें अपने मां का हां का इंतजार था कि उनकी मां उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में जाने की इजाजत दे दे, लेकिन यह मुमकिन नहीं था। उनकी मां हर बारनूरा फतेही को इस चीज के लिए मना करती रही और इस बार भी मना कर दी। उनकी मां चाहती थी कि नोरा फतेही ग्रेजुएशन पूरी करके किसी ऑफिस में ऑफिशियल काम करें और अपना जीवन बसर करें।
नूरा फतेही का जीवन संघर्ष
नूरा फतेही की स्कूलिंग खत्म होने के बाद जीवन बहुत ही संघर्षपूर्ण गुजरा क्योंकि उनके माता-पिता का डिवोर्स हो गया था। जिसके कारण घर की सारी रिस्पांसिबिलिटी नोरा फतेही के ऊपर आ गई। जिसके कारण नूरा फतेही को वेटर का काम करना पड़ा। और साथ में इंडिया के मॉडलिंग एजेंसी में अप्लाई करना शुरू कर दिया। जिसके बाद भारत की एक मॉडल एजेंसी ने नोरा फतेही को हायर किया जिसके बाद नूरा फतेही पहली बार साल 2012 में मुंबई आई। और उसी साल में नोरा फतेही ने एक दो विज्ञापनों में काम करने का मौका मिला।
और इस विज्ञापन के लिए उन्हें करीब 20 लाख रुपए की पेमेंट की जानी थी। लेकिन यहां पर उनकी किस्मत खराब थी विज्ञापन एजेंसी ने नोरा फतेही को एक पैसा तक नहीं दिया। पैसे ना मिलने के बाद नोरा फतेही ने उस कंपनी के लिए काम करना छोड़ दिया। उसके बाद भी नोरा फतेही ने कोशिश जारी रखें और फिल्मों के लिए ऑडिशन देनी शुरू की। हर ऑडिशन के लिए नोरा फतेही रात भर तैयारी करती स्क्रिप्ट की लाइन याद करती। लेकिन सब बेकार हो जाता क्योंकि उन्हें हिंदी नहीं आती थी और जो इस ऑडिशन के लिए स्क्रिप्ट होती थी। वह हिंदी में ही ऑडिशन होती थी, जिसकी वजह से उन्हें कई बार रिजेक्ट कर दिया गया। और बहुत से कास्टिंग डायरेक्टर तो उनका हिन्दी का मजाक तक उड़ाते थे।
नूरा फतेही को जब पहली फिल्म मिली
बहुत संघर्ष करने के बाद नोरा फतेही को एडवेंचर फिल्म रोअर (ROAR) टाइगर आफ सुंदरबंस के लिए कास्ट किया गया। और जो बीएफ फिल्म रिलीज हुई तो यह फिल्म कुछ खास नहीं चले यह फिल्म फ्लॉप हो गई और इस फिल्म से नोरा फतेही को भी कुछ खास पहचान नहीं मिल पाई। जिस वजह से इनका संघर्ष चालू रहा, उसके बाद नॉर ने साउथ में भी कोशिश की जिसके बाद उन्हें सिर्फ आइटम सॉन्ग करने को ही मिली। एक वक्त ऐसा लगा कि वह आइटम सॉन्ग ना करें लेकिन जब उन्हें यह एहसास हुआ कि कुछ ना करने से अच्छा है कि कुछ कर ले। चलो आइटम सॉन्ग ही कर लिया जाए कम से कम कुछ तो मिलेगा।
लेकिन नूरा फतेही को यह नहीं पता था कि उनको यह सॉन्ग कहां से कहां ले जा सकती थी। उसके बाद नोरा फतेह साल 2015 के एक फिल्म टेंपर में एक आइटम सॉन्ग में डांस का जलवा दिखाया। जिसको लोगों ने काफी पसंद किया और बढ़िया रिस्पांस मिला। जिसके बाद नोरा फतेही को कई फिल्मों के लिए ऑफर किया गया, और फिल्म बाहुबली के एक गाने मनोहारी में कास्ट किया गया। उसके बाद नोरा फतेही झलक दिखलाजा और बिग बॉस में कंटेस्टेंट के रूप में लिया गया। उसके बाद हिंदी फिल्मों में काम करने के लिए बढ़िया बढ़िया ऑफर आने लगे।
उसके बाद नोरा फतेही 2018 में आई फिल्म जॉन इब्राहिम की सत्यमेव जयते में एक गाना था। आइटम सोंग दिलबर दिलबर जो इतनी जबरदस्त हिट रही कि मानो गाने उसके लिए ही बनी है। दिलबर दिलबर गाने से इन्होंने जबरदस्त प्रसिद्धि पाई और एक शानदार जगह बनाई फिल्म इंडस्ट्री में। उसके बाद कई गानों में यह नजर आए साकी साकी, कमरिया आदि। और आज के दिन इनको हर कोई जानता है, आज ये किसी चीज के मोहताज नहीं है आज इनके पास सब कुछ है।
I live in Jharia area of Dhanbad, I have studied till Intermediate only after that due to bad financial condition of home I started working, and today I work and write post together in free time............