केरल के एक निवासी एके शिहाबुद्दीन के घर में हरे जर्दी रंग के अंडे दिए जाने के बाद, केरल के पशु चिकित्सक और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों ने ये साबित किया है कि मुर्गियों को खाने में दिए गए अन्न/चारा या लगतार सेवन के कारण अंडे की जर्दी का रंग हरा हो सकता है
वैसे ये लोग ऐसा कई बार देख चुके हैं जब उसकी मुर्गी ने हरे जर्दी वाले अंडे दिए शिहाबुद्दीन और उनके परिवार ने पिछले करीब 9 महीनों से ऐसा देख रहे हैं।
कुक्कुट विशेषज्ञ प्रोफेसर डॉ एस शंकरलिंगम ने कहा कि यह किसी आनुवांशिक के कारण नहीं हुई है।
केरल पशु चिकित्सक और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ, जिन्होंने वीडियो देखे, फिर जा के उसके खेत का दौरा किया और उन्होंने अध्ययन मे पाया कि मुर्गियों को मिलने वाले अन्न भोजन ही मुख्य कारण है अंडे की जर्दी का हरे होने की।
विश्वविद्यालय के अधिकारियों के द्वारा दिए गए फ़ीड यानी कि कुछ मुर्गी के लिए मुर्गी का चारा/अन्न दिया गया जो सिर्फ मुर्गियों को देने को कहा के कुछ दिनों के बाद चारा दिए जाने के बाद मुर्गियों ने पीले रंग के जर्दी वाले अंडे देने शुरू कर दिये।
विश्वविद्यालय में लाई गई नमूना के तौर पर मुर्गी धीरे-धीरे पीले – पीले जर्दी वाले अंडे देने लगी। एके शहाबुद्दीन ने बताया कि उन्होंने मुर्गियों को कुछ भी नही खिलाया, लेकिन कुछ प्राकृतिक जड़ी – बूटियां जो आमतौर पर केरल मे घर के यार्डों में उगती हैं जैसे कुरुन्थोटी (सिडा कॉर्डिफ़ोलिया – एक औषधीय जड़ी बूटी), इस तरह से रंग प्रदान
कर सकते हैं, डॉ. संकरलिंगम ने कहा।
लेकिन हरे रंग के जर्दी वाले अंडे देने के कारण का चारा का स्रोत नही पता नहीं लग पाया है।