Cristiano Ronaldo wife, Children, Mother, Age, Instagram, Partner, Award, property, income, net worth
क्रिस्टियानो रोनाल्डो का जीवनी – Ronaldo Biography In Hindi

आज मैं आपको दुनिया के महान प्रसिद्ध Footballer क्रिस्टियानो रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) के बारे में बताऊँगा। Cristiano Ronaldo ऐसे ऐसे तरीके से Goal करते हैं जिसको देखकर कोई कह ही नहीं सकता है कि ये एक Footballer भी कर सकता है। क्रिस्टियानो रोनाल्डो के नाम ऐसे ऐसे Football में Record है जिसके बारे में शायद ही किसी को पता होगा। क्रिस्टियानो रोनाल्डो के गोल देखकर अच्छे अच्छे लोग सदमे में चल जाते हैं लोगों के पसीने छूटने लगते हैं। मैंने भी बहुत सारे ऐसे गोल देखे हैं जिसको देखकर मैं हर बार चौंक जाता हूँ। और मैं कई बार एक ही गोल को करते हुए बार बार देखता हूँ लेकिन फिर मन नहीं भरता है।

तो कुछ इस तरीके से Cristiano Ronaldo football खेलते हैं, क्रिस्टियानो रोनाल्डो का football खेलने का अंदाज हर किसी को मोह लेता है। तो आज क्रिस्टियानो रोनाल्डो की ज़िन्दगी से जुड़ी कुछ अहम बाते जानेंगे। क्रिस्टियानो रोनाल्डो का जन्म एक बहुत ही गरीब परिवार में हुआ था क्रिस्टियानो रोनाल्डो बेहद ही कम उम्र से फुटबॉल खेलना कर दिए थे। और International Football Team में मात्र 18 साल की उम्र से ही खेलना शुरू कर दिए थे, और बहुत ही कम उम्र से सफलता की सीढियों पर चढ़ना शुरू कर दिए थे।
फुटबॉलर लायनेल मेसी (Lionel Messi) को कौन नही जानता जीतने भी फुटबॉल प्रेमी है वो तो मेसी को भी अच्छे से जानते होंगे, रोनाल्डो के बाद सबसे अच्छे footballer मेस्सी ही है।
क्रिस्टियानो रोनाल्डो का जन्म व परिवार (Birth & Family)
Cristiano Ronaldo real full name | Cristiano Ronaldo dos Santos Aveiro |
Nicname | C. Ronaldo, CR7, रॉनी, राकेट रोनाल्डो |
Cristiano Ronaldo Birthday | 5 फरवरी 1985 |
Birth place | Sao Pedro, Funchal के पुर्तगाल के एक द्वीप मदिरा पर हुआ) |
Cristiano Ronaldo Age | 36 year’s |
Education | |
School/ University | |
Cristiano Ronaldo Father name | Jose Dinis Aveiro |
Cristiano Ronaldo Mother name | Maria Dolores dos Santos Viveiros da Aveiro |
Brother & sister | 1 elder Brother, & 2 elder Sister |
Brother name | हुगो (Hugo Aveiro) |
Sister name | बड़ी बहन एल्मा (Elma) और लिलियाना (Liliana)। |
Father occupation | नगरपालिका में गार्डनिंग का काम |
Mother occupation | खाना पकाने वाली |
networth | 350 मिलियन डॉलर |
Cristiano Ronaldo girlfriend | जार्जिना रोड्रिगेज |
Cristiano Ronaldo Wife | |
Cristiano Ronaldo Son’s name | Cristiano Ronaldo junior |
Cristiano Ronaldo Height | 6 feet 2 inch ( 1.87 Meter) |
Profession/occupation | एक प्रसिद्ध महंगे फुटबाल खिलाड़ी |
Home Address | |
Religion | कैथोलिसिस्म |
Hobbies | बास्केट बाल खेलना |
Launguge | पुर्तगाली और अंग्रेजी |
क्रिस्टियानो रोनाल्डो का जन्म एक बेहद ही गरीब परिवार में 5 February 1985 को Sao Pedro, Funchal में पुर्तगाल के एक द्वीप मदिरा पर हुआ। क्रिस्टियानो रोनाल्डो के पिता का नाम जोस अवीयरो (Dinis Aveiro) है, इनके पिता नगरपालिका में एक माली के रूप में काम किया करते थे। क्रिस्टियानो रोनाल्डो के माता जी का नाम मारिया डालोरेस डॉस सैंटोस अवीयरो (Maria Dolores) है। इनकी माता जी घरों में जाकर खाना बनाने का काम किया करती थी, क्रिस्टियानो रोनाल्डो का एक बड़ा भाई है जिनका नाम हुगो (Hugo) और 2 बड़ी बहन है एल्मा (Elma) और लिलियाना ( Liliana)।
क्रिस्टियानो रोनाल्डो का पूरा नाम क्रिस्टियानो रोनाल्डो डॉस संटोस अवीयरो है जिस समय क्रिस्टीयानो रोनाल्डो का जन्म हुआ था उसी समय पुर्तगाल में डेमोक्रेसी भी आई थी और उस वक्त पुर्तगाल की आर्थिक स्थिति बेहद ही खराब थी उस वक्त इनका जन्म हुआ था। क्रिस्टियानो रोनाल्डो जब 20 साल के थे तब उनके पिता जी का शराब पीने के कारण मृत्यु हो गई उनका पिताजी का लिवर खराब हो गया था जिसके कारण उनकी मृत्यु हो गई। क्रिस्टियानो रोनाल्डो के कुल चार बच्चे हैं, इनके सबसे बड़े बेटे का नाम क्रिस्टियानो रोनाल्डो जूनियर है।
रोचक तथ्य
- ब्रिटिश न्यूज़ के मुताबिक जाने-माने मशहूर फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो की गर्लफ्रेंड जॉर्जीना रोड्रिगेज खर्च के लिए हर महीने क्रिस्टियानो रोनाल्डो से तकरीबन ₹80,000,00 से अधिक लेती है।
रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) के बाकी बच्चों के नाम मातेओ, ईवा मारिया, और अलाना मार्टिनेज है। एक रिपोर्ट के मुताबिक मातेओ और ईवा मारिया रोनाल्डो के जुड़वा बच्चे हैं। क्रिस्टियानो रोनाल्डो का कहना है कि वह शराब नहीं पीते हैं और लोगों का कहना है की क्रिस्टियानो रोनाल्डो शराब पीते हैं। लेकिन अक्सर जब मैच जीतते हैं तो उसके बाद पार्टी होती है और उसमें वह पीते भी हैं और कई दफा वह नशे में पकड़े भी गए हैं बात नशा करने की नहीं है बात यहां पर झूठ बोलने की है। वैसे भी देखा जाए तो शराब पीना कोई जोर में नहीं है अपने घर में कोई भी नशा करे किसी को उससे क्या मतलब।
क्रिस्टियानो रोनाल्डो की बचपन की कहानी – Cristiano Ronaldo childhood story
उस दौर में खेलने की उतनी कुछ ज्यादा चीजें या साधन नहीं हुआ करती थी और वैसे भी जिस जगह पर क्रिस्टियानो रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo ) का जन्म हुआ था वहां पर तो कुछ भी नहीं था। तू खेलने की चीजें ना मिलने के कारण कुछ भी किसी भी चीज से वह बच्चे वहां के खेलते थे तो कुछ भी गोल जैसा बना कर सारे बच्चे एक साथ खेलते थे तो तू यह सारी चीजें देखकर क्रिस्टियानो रोनाल्डो बढ़े हुए और कभी-कभी उसमें क्रिस्टियानो रोनाल्डो भी शामिल हो जाते थे। क्रिस्टियानो रोनाल्डो बचपन में जब सुबह घर से खेलने के लिए निकलते थे तो एक ही बार शाम को फुटबॉल खेल कर लौटते थे घर लौटते थे।
क्रिस्टियानो रोनाल्डो को बचपन से फुटबॉल खेलने का नशा चढ़ गया था और फुटबॉल खेल कर बड़ा हुए। क्रिस्टियानो रोनाल्डो बचपन में अपने मोहल्ले के गलियों में फुटबॉल खेला करते थे अपने बचपन के साथियों के साथ तो आप इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि मोहल्ले के गलियों में फुटबॉल खेलना इतना आसान नहीं है क्योंकि लोगों का आना जाना लगा रहता है साइकिल आ रही है कैसे बड़ी गाड़ी आ रही है तो खेलने में बहुत मुश्किलें आती थी तो इससे क्रिस्टियानो रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) बहुत परेशान हो जाते थे कि खेलने के लिए एक अच्छा मैदान तक नहीं है।
क्रिस्टियानो रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) फुटबॉल तो अच्छा खेलते ही थे तो वहां के जो लोकल क्षेत्र के सीनियर फुटबॉल टीम थी तो उन लोगों ने रोनाल्डो को खेलते हुए देखा तो उसको देखकर लगा कि इसके अंदर बहुत टैलेंट है और इसको हम लोग बहुत आगे लेकर जा सकते हैं ये और भी बहुत अच्छा कर सकता है। फुटबॉल पूरी दुनिया का एक बहुत बड़ा और प्रसिद्ध खेल है फुटबॉल को पूरी दुनिया में मैं देखा जाता है, सबसे ज्यादा लोगों को फुटबॉल देखना पसंद है, उसके बाद कहीं क्रिकेट का नाम आता है। फुटबॉल पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा खेली जाती है उसके बाद दूसरे नंबर पर क्रिकेट ही है।
क्रिस्टिआनो रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) को फुटबॉल खेलते हुए देखकर वहां की लोकल टीम उसे बहुत प्रभावित में और उसे लगा की इसके अंदर टैलेंट है इसको एक मौका देना चाहिए और इस प्रकार क्रिस्टीयानो रोनाल्डो वहां के लोकल टीम में शामिल हुआ उसके बाद रोलैंडो ने जो फुटबॉल खेलना शुरू किया उसे देखकर उनके माता-पिता बहुत प्रभावित हुए उसे भी लगा कि हां फुटबॉल में इसका भविष्य बन सकता है। लेकिन रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) यहां रहकर आगे नहीं बढ़ सकता है उसके लिए इसको पुर्तगाल से बाहर जाना होगा।
क्रिस्टियानो रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) वहां की जो लोकल फुटबॉल टीम थी जिसमें शामिल हुए थे उसका नाम था एंड्रीना जिसमें साल 1992 से लेकर 1995 तक कुछ सालों तक खेला। उस दरमियान रोलैंडो ने बहुत ही बेहतरीन फुटबॉल खेला अपना टैलेंट इस कदर इन्होंने दिखाया की उसके माता-पिता यह देखकर बहुत प्रभावित हुए और उसे लगा दिए इस क्षेत्र में और भी अच्छा खेल सकता है लेकिन उन्हें एहसास था कि उनका बेटा रोनाल्डो रहकर कुछ खास नहीं कर सकता है तो उसके लिए इनको बाहर भेजना ही पड़ेगा।
उस वक्त मदिरा आईलैंड पर कुछ खास डिवेलप नहीं हुआ था वहां पर रह रहे लोग बेरोजगार थे क्योंकि वहां पर करने के लिए किसी भी तरह का काम नहीं होता था या मिलता था। कि वहां पर रहकर आगे बढ़ा जा सकता है लेकिन आज के तारीख में मदिरा आईलैंड काफी विकसित हो चुका है।
रोलैंडो ने भी अपने माता-पिता से कहा कि वह फुटबॉल खेलना चाहते हैं और इससे आगे बढ़ सकते हैं। उस दौर में जो मां-बाप होते थे बेटू की बात बहुत कम माना करते थे लेकिन रोलैंडो के माता-पिता ने उनकी बातों को मान लिया। उसके बाद किसी तरह रोलैंडो को पुर्तगाल से लिस्बन भेजा गया फुटबॉल एकेडमी में ट्रेनिंग के लिए भेजा जो एक तरह से मानो एक हॉस्टल थी जहां पर और भी इनके जैसे खिलाड़ी थे जो वहां रह कर फुटबॉल ट्रेनिंग ले रहे थे। रोनाल्डो उस वक्त ज्यादा चीजें दूसरों को बताया नहीं करते थे जिसके कारण बहुत सी समस्याएं आती थी। उस वक्त रोनाल्डो की उम्र लगभग 12 साल होगी।
इस दौर में अपने परिवार से अलग होना कोई आम बात नहीं थी बहुत दर्द होता था अपनों से जुदा होना। रोनाल्डो अपनी माता से बहुत प्यार करते थे और आज भी करते हैं। उसके बाद रोनाल्डो पुर्तगाल अकैडमी में दाखिला मिल जाता है उसके बाद ट्रेनिंग शुरू हो जाती है। रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) अपने दुख को ज्यादा व्यक्त नहीं करते थे किसी दूसरे के साथ बताया नहीं करते थे।
रोनाल्डो अकैडमी में एकांत जगह में जाकर अकेले में खूब रोया करते थे। रोनाल्डो के जो कोच थे जो उस वक्त जब उसके कोच से इंटरव्यू लिया गया तो वह बताते हैं कि जब रोनाल्डो अकैडमी में आया था तो चुप कर खूब रोया करते थे। और बताते हैं कि जब शाम होती थी तो सब लोगों को अपने घर की याद आने लगती थी उस समय स्थिति और भी गंभीर हो जाती थी तो किसी तरह वह लोग धीरे-धीरे उस चीज को समझा और उस चीज पर काबू पाया।
रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) को उस वक्त उनकी टीम बहुत मदद करते थे और कहते थे कि हम लोग एक पूरे परिवार की तरह हैं इसमें रोने की क्या बात है हम लोग भी तो यहां है, हम सब का भी वही हाल है। और उस दरमियान रोलैंडो के कई सारे दोस्त भी बने जो आज भी गहरे दोस्त हैं।
उसके बाद रोनाल्डो फुटबॉल की प्रैक्टिस शुरू की और इस कदर उन्होंने प्रैक्टिस क्या दिन रात मेहनत की जिसे मैं करना इतना आसान नहीं है। बस दिन-रात फुटबॉल खेलना फुटबॉल को ही जिंदगी बना लिया इतना मेहनत करते थे आखिरफुटबॉल खेलने में रोनाल्डो की भूख प्यार सब मिट जाती थी। रोनाल्डो हमेशा जीतने के लिए खेलते थे और जब हार जाते थे तो तो उस मैच के बारे में कुछ सोचते थे कि यह मैच हार कैसे गए। तो रोलैंडो सुबह प्रैक्टिस करते थे और शाम को यानी रात में जिम जाते थे। यह देख यह देख कर वहां के सिक्योरिटी भी मना करते थे कि भाई इतनी रात को क्यों आते हो जा कर सो जाओ बस हो गया।
रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) के अंदर इतना जज्बा था फुटबॉल खेलने ताकि वह दिन रात मेहनत करते थे। उम्र से पहले यह मैचुअर हो गए थे, बहुत ही कम समय में क्लब के नजर में आ गए थे। साथ में रोनाल्डो थोड़ी बहुत पढ़ाई कर लेते थे लेकिन बाद में शायद छोड़ दिए इस बात से इनकी मां थोड़ी नाराज जरूर थी लेकिन बाद में फुटबॉल के लिए इनकी माता मान गए कि तुम फुटबॉल ही खेलो। रोनाल्डो को 15 साल की उम्र में रेसिंग हार्ट (Racing Heart) हो जाता है, इसमें होता क्या है, कि आम आदमी का जो हार्टबीट होता है उससे अधिक हो जाता है।
यह बीमारी अधिकांश खिलाड़ियों में ही होता है, डॉक्टर ज्यादा दौड़ने से मना कर देते हैं, लेकिन कुछ समय के बाद इस बीमारी का इलाज किया गया और वह ठीक हो गए। या इलाज बहुत ही रिस्की थी बावजूद इसके रोनाल्डो ने ऑपरेशन करवाया और किस्मत से ठीक हो गए।
उसके बाद फिर से फुटबॉल खेलना शुरू करते हैं स्कूलों की बहुत कम समय में प्रमोट कर दिया जाता है और यह टीम के लिए खेलना शुरू कर देते हैं। अंडर 16 अंडर 17 अंडर 18 टीम में खेलना शुरू कर देते हैं। और जब यह टीम के लिए खेलना शुरू किए तो जबरदस्त खेला विपक्षी खिलाड़ियों को इस तरह से दौड़ आते हैं उनको पकड़ पाना मुश्किल हो जाता है खिलाड़ियों को खूब छकाते हैं। उसके बाद तुरंत 1 साल बाद 7 अक्टूबर साल 2002 को इन्होंने प्रीमीयर लीग (Primeira liga) में डेब्यू किया।

उस फुटबॉल मैच में रोनाल्डो की टीम 3–0 से जीत दर्ज की। उस मैच में रोलैंडो ने लगातार दो गोल किए, उस मैच के दौरान वहां पर एक ऐसे शख्स थे जिन्होंने रोनाल्डो की कैरियर बना दी। बाद में रोलैंडो ने भी माना कि मेरे सफलता के पीछे उनका भी हाथ है वह मेरे पिता के समान है उसका नाम है एलेक्स फर्गुसन ( Alex Ferguson) जो मैनचेस्टर यूनाइटेड के मैनेजर थे। साल 2013 तक मैनचेस्टर यूनाइटेड के मैनेजर रह चुके हैं, एक बहुत ही अच्छे मैनेजर थे।
तो इसने रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) को देखा और मैं यूनाइटेड मैनचेस्टर ने भी देखा उस समय कुछ गिने-चुने ही क्लब थे, उस गेम के बाद
Foreguson agreed to pay supporting £12.24 Euro million for what is considered to be one of the most exciting young player he had ever seen
तो उस वक्त के मैनेजर फर्गुसन ने क्रिस्टियानो रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) को करीब £12.24 पाउंड million ऑफर की उस वक्त क्रिस्टीयानो रोनाल्डो की उम्र मात्र 18 साल थी।
उस वक्त से जो लिवरपूल क्लब थे वह बहुत ही सफल क्लब थे और भी कुछ क्लब थे। मैनचेस्टर यूनाइटेड भी एक क्लब है और वह भी बहुत पॉपुलर और प्रसिद्ध है। तू उसके बाद से क्रिस्टियानो रोनाल्डो मैनचेस्टर यूनाइटेड की तरफ से खेलना शुरू किया। बहुत ही कम उम्र से मैनचेस्टर यूनाइटेड क्लब के लिए खेलना शुरू करते हैं 2002 से,
He spent 2 years with Nacional. In 1997 age 12 went on a 3 day trial with supporting CP who signed him for a fee of £1500
साल 2002 में ब्राजील में फीफा वर्ल्ड कप जीता था जिसमें भी एक रोनाल्डो था जो ये नहीं था कोई और था वह ब्राजील के रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) थे जिसे गोल्डन बूट मिला था। 2002 के फीफा वर्ल्ड कप मैच ब्राज़ील और जर्मनी के बीच हुआ था। एक मैच में मेनचेस्टर यूनाइटेड को फ्री किक मिली थी जिसमें मैनचेस्टर ने 3–0 से मैच जीता 1 नवंबर को, उसके बाद 2005 2006 2007 यह साल का बहुत ही शानदार रहा। एक सीजन में तो क्रिस्टीयानो रोनाल्डो ने करीब 50 गोल अकेले कर दिए थे।
उसके बाद कुछ ऐसे विवाद भी हुए थे जिसके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता था, क्रिस्टियानो रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) का कहना था कि जो मेरे मैनचेस्टर के खिलाड़ी है वह उनकी मदद नहीं करते हैं वह मेरे साथ अच्छे से पेश नहीं आते हैं अच्छे से व्यवहार नहीं करते हैं। जो भी मैदान में खेलने आए थे थे तो वहां के जो पब्लिक थे उन्होंने उसको नीचा दिखाया एक तरफ से उनको अनादर किया, एक समय ऐसा लगने लगा था की क्रिस्टीयानो रोनाल्डो मैनचेस्टर यूनाइटेड को छोड़ देगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ वह आगे भी मैनचेस्टर यूनाइटेड के साथ रहे और उनके लिए खेला
2007 और 2008 के सेशन में उन्होंने अकेले करीब 42 गोल किए, और उस समय कि स्टेनो रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) फीफा वर्ल्ड ईयर के बेस्ट प्लेयर थे। लियोन मेसी अर्जेंटीना की तरफ से खेलते हैं शानदार जबरदस्त फुटबॉल प्लेयर हैं क्रिस्टियानो रोनाल्डो और मेसी का खूब कंपेयर किया जाता है क्योंकि दोनों ही बहुत शानदार जबरदस्त फुटबॉल खिलाड़ी है। देखा जाए तो दोनों की लाइफ स्टोरी शुरुआत की थोड़ी मिलती-जुलती है जिसके बारे में आपको मैं दूसरे आर्टिकल में मेसी के बायोग्राफी के बारे में जब जानेंगे तो उसमें बताएंगे।
क्रिस्टीयानो रोनाल्डो को बहुत जगह से ऑफर आने लगे थे अपनी टीम से खिलाने के लिए, टीम में शामिल होने के लिए इसलिए वह भी अब छोड़ना चाहते थे छोड़ने के और भी बहुत से कारण थे वो जानेंगे। और आखिरकार 10 मई 2009 को क्रिस्टीयानो रोनाल्डो में मैनचेस्टर यूनाइटेड को छोड़ दिया। उसके बाद क्रिस्टीयानो रोनाल्डो रियाल मेड्रिड जो वर्ल्ड की बहुत ही जबरदस्त टीम है जो स्पेन की है उसमें चले गए। उसके लिए क्रिस्टीयानो रोनाल्डो को करीब 80 मिलियन यूरो मिले। उसके बाद स्पेन के लिए क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने खेलना शुरू किया और जबरदस्त खेला और एक बहुत बड़ा नाम कमाया इनको यहां से भी बहुत प्रसिद्धि मिली लोग इनको जानने लगे हैं।
क्रिस्टियानो रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) ऐसे खिलाड़ी थे जो सारे गोल अकेले करते थे सारी टीम को सफाया कर देते। क्रिस्टियानो रोनाल्डो को कई बार कैप्टन भी बनाया गया लेकिन जब जब यह कैप्टन बने उनकी टीम हार का सामना करना पड़ा। 2006, 2010 और 2014 के सारे फीफा वर्ल्ड कप मैच में क्रिस्टीयानो रोनाल्डो ने शानदार प्रदर्शन किया। 2010 के फीफा वर्ल्ड कप में एक भी गोल नहीं कर पाए थे लेकिन उनकी तारीफ बहुत की गई थी वह क्या कारण थे वो तो नहीं पता।
लेकिन 2014 के फीफा वर्ल्ड कप मैच ने (Cristiano Ronaldo) की जिंदगी बदल दो इस मैच में उन्होंने लगातार पूरे टूर्नामेंट में 8 गोल किए। उस मैच में पुर्तगाल फाइनल मैच तक नहीं पहुंच पाए थे। लेकिन इन सभी मैचों से यह पता चल गया था कि अगर पुर्तगाल की पूरी टीम अच्छी से खेलती तो शायद फीफा वर्ल्ड कप जीत सकते थे कोई अकेला खिलाड़ी फुटबॉल टीम को जीत नहीं दिला सकती। इंग्लैंड के लिए खेला स्पेन के लिए खेला मात्र 18 साल की उम्र आते आते।
यह कैसे एकमात्र खिलाड़ी है जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेले गए मैच में उन्होंने 50 गोल किए। यह गोल सिर्फ पुर्तगाल की टीम से खेलने के दौरान की थी। आज के वक्त में क्रिस्टियानो रोनाल्डो सबसे अमीर खिलाड़ी माने जाते हैं। यह सबसे महंगे खिलाड़ी हैं, (Floyed Mayweather -Boxer, best Athelete) क्रिस्टियानो रोनाल्डो 2010 में पिता बने, और उस वक्त उन्होंने किसी को बताया भी नहीं कि उस बच्चे की माता कौन है? किस्तान रोनाल्डो के पास इतने पैसे है कि अनुमान लगाना मुश्किल है उस दरमियान क्रिस्टीयानो रोनाल्डो के कई लड़कियों के साथ अफेयर भी थे। इनकी बहुत सी गर्लफ्रेंड भी रही है,
साल 2017 में उनकी गर्लफ्रेंड Georgina Rodriguez से दो बच्चे हुए हैं एक का नाम मारिया है और एक का नाम मटेओ है।
क्रिस्टियानो रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) अरबों रुपए के बंगलों में रहते हैं और करोड़ों रुपए गाड़ियों में सफर करते, और आज की तारीख में देखा जाए तो सब फुटबॉल के क्षेत्र में सबसे महंगे खिलाड़ी है। एक जमाना था क्रिस्टीयानो रोनाल्डो अपने परिवार के साथ एक चदरे से बने छत के घर में रहते थे, क्रिस्टन ओरुवने इतनी मेहनत की है अपनी जिंदगी में शादी किसी ने अपनी मेहनत की होगी और एक तरह से देखा जाए तो इनको गॉड गिफ्ट मिला हुआ है जिस तरह से यह फुटबॉल खेलते हैं मानो की इनके पैरों में जादू हो जैसे चाहता हूं वैसे गोल कर देते हैं फुटबॉल हवा में भी दिशा बदल कर सीधे नेट में चली जाती है।
क्रिस्टियानो रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) का नाम रखने के पीछे एक बहुत बड़ी वजह थी, इनके पिता ने अमेरिका के 40 में राष्ट्रपति रोनाल्ड रिगन के नाम पर रखा था। रोनाल्ड रिगन राष्ट्रपति बनने से पहले हुए एक सामान्य अभिनेता हुआ करते थे जो अमरीका के फिल्मों में अभिनय किया करते थे। और उनके पिता डिनिस एवेयरो फेवरेट एक्टर थे, इनके पिता और नगर निगम में माली के रूप में काम किया करते थे। मात्र 8 साल की उम्र से इन्होंने एंडोरिना स्पोर्ट्स क्लब से खेलना शुरू किया था।
रोनाल्डो की माता रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) को क्राई बेबी कह कर पुकारते थे क्योंकि वजह मैच हारते थे तो वह फील्ड में ही रोने लगते थे। मात्र 10 साल की उम्र में किस्तान रोनाल्डो को necional क्लब में शामिल कर लिया गया था। 2 सालों तक इस क्लब के लिए खेला और उसके बाद 12 साल की उम्र में इन्होंने पुर्तगाल क्लब में शामिल हो गया। अच्छा प्रदर्शन देखकर उन्हें 1500 पाउंड में साइन कर लिया। यह क्लब पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन में थी,
मात्र 52 साल की उम्र में उनके पिताजी का शराब पीने के कारण उनका लिवर खराब हो जाने के कारण उनकी मृत्यु हो गई। इस घटना से क्रिस्टियानो रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) बहुत गहरा दुख पहुंचा क्योंकि उनके पिताजी उनके बहुत करीब थे। उनके पिताजी के निधन के बाद घर की आर्थिक स्थिति बहुत ही खराब हो गई उसके बाद उनकी मां ने दूसरों के घर में जाकर खाना बनाकर घर की स्थिति को किसी तरह संभाला।
पहला मैच इन्होंने 17 साल की उम्र में खेला, यह मैच यूनाइटेड मैनचेस्टर और लिस्बन क्लब के बीच खेला गया था। यूनाइटेड मैनचेस्टर के जो मैनेजर थे एलेक्स फर्गुसन उन्होंने करीब 17 मिलियन डॉलर फी के तौर पर रोनाल्डो को दिया। यह राशि अब तक का सबसे चुकाया गया सबसे बड़ा राशि था जो किसी फुटबॉल प्लेयर को दिया गया था। क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने मैनचेस्टर यूनाइटेड के लिए अगस्त 2003 से लेकर मई 2009 तक खेला। उसके बाद साल 2009 में रियल मैड्रिड क्लब ने 132 मिलियन डॉलर देकर क्रिस्टियानो रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) को अपनी टीम में शामिल कर लिया।
रियल मेड्रिड क्लब का ये कॉन्ट्रैक्ट साल 2015 तक था। उसके बाद 2021 तक खेलने के लिए क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने करीब 1864 करोड़ रुपए लिए। इसके बाद से क्रिस्टियानो रोनाल्डो सबसे महंगे खिलाड़ी बन गए। क्रिस्टियानो रोनाल्डो दान वगैरह भी करते हैं एक बच्चे का ऑपरेशन के लिए करीब 51 लाख रुपए दिए। क्रिस्टीयानो रोनाल्डो रक्तदान भी करते हैं, खाली टाइम में बास्केटबॉल भी अच्छा खेल लेता है।
Cristiano Ronaldo Honours, Awards & Rewards

Awards & Rewards | Years |
---|---|
Supertaca Candido de Oliveira | 2002 |
Sir Matt Busby Player of the year | 2003 |
FA Cup | 2003-04 |
Bravo Award | 2004 |
Football League Cup | 2005-06, 2008-09 |
Premier League | 2006-07, 2007-08, 2008-09 |
FA Community Shield | 2007 |
UEFA Championship League | 2007-08 |
पफा टीम आफ द ईयर | 2006, 2007, 2008 |
FWA Footballer of the year – | 2006, 2007 |
Premier League Player of the season | 2006-07, 2007-08 |
PFA Young Player of the year | 2006 |
PFA Player’s Player of the year | 2006-07, 2007-08 |
FIFA Cup World Cup | 2008 |
Premier League Golden Boot | 2007-08 |
FIFA Ballon d | 2008, 2013, 2014, 2016, 2017 |
FIFA World Player of the Year | 2008 |
FIF Pro World Player of the year | 2008 |
Pichichi Trophy | 2010-11, 2013-14, 2014-15 |
Copa del Rey | 2010-11, 2013-14 |
La Liga | 2011-12, 2016-17 |
Supercoppa de Espana | 2012, 2017 |
FIFA Club World Cup | 2014, 2016, 2017 |
European Golden Shoe | 2007-08, 2010-11, 2013-14, 2014-15 |
La Liga Best Player | 2013-14 |
The Best FIFA Men’s Player – | 2016, 2017 |
PFA Portuguese Player of the year – | 2016, 2017, 2018, 2019 |
UEFA European Championship – 2016 | 2006 |
Serie A – | 2018-19, 2019-20 |
Supercoppa Italiana – | 2018, 2020 |
Coppa Italia – | 2020-21 |
UEFA Nations League – | 2018-19 |
Serie A Footballer of the year – | 2019, 2020 |
Capocannoniere – | 2020-21 |
- महात्मा गाँधी का जीवनी
- महान बिरसा मुंडा जी का जीवनी
- सुभाष चंद्र बोस का जीवनी
- शहीद भगत सिंह का जीवनी
- सबसे बड़ा जासूस रवीन्द्र कौशिक की कहानी
- डाकू फूलन देवी जी की जीवनी
- महेंद्र सिंह धोनी जीवनी
- धनबाद IPS रणधीर प्रसाद वर्मा जी
- राज किशोर महतो जी का जीवनी
- झारखण्ड मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन का जीवनी